रांची: RIMS झारखंड (RIMS Jharkhand) का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल (Government Hospital) है। इसमें इलाज कराने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों (Various Districts) के ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्यों के गरीब मरीज भी आते हैं।
मरीजों के सीधे-साधे परिजनों को यहां के सिस्टम को प्रभावित करने वाले दलाल बराबर ठगते रहते हैं। यदि रिम्स प्रबंधन और राज्य का स्वास्थ्य विभाग अस्पताल (Health Department Hospital) को दलालों से मुक्त नहीं कराएगा तो वे मरीजों को रोज परेशान करते रहेंगे।
ये दलाल मरीजों के परिजनों को कभी ब्लड के नाम पर तो कभी मेडिसिन दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाते हैं। ताजा मामला रिम्स के सर्जरी विभाग में डॉ. आरजी बाखला की यूनिट में भर्ती साहिबगंज जिले के एक मरीज के परिजन के साथ हुआ।
ब्लड भी नहीं मिला और दलाल ने ठग लिए 4200 रुपये
जानकारी के अनुसार, मरीज हेमलाल पंडित एक माह से रिम्स के सर्जरी विभाग में भर्ती हैं। मरीज का ऑपरेशन होना है। इसे लेकर डॉक्टर ने दो Unit ब्लड की व्यवस्था मरीज की पत्नी पलोनी देवी से करने के लिए कहा।
मरीज के पास कोई डोनर (Donor) नहीं था। इसका फायदा सिकिदरी का रहने वाला दलाल असीम अंसारी ने उठा लिया। ब्लड दिलाने के नाम पर 4200 रुपए की ठगी कर ली और ब्लड भी उपलब्ध नहीं कराया।
इस तरह पकड़ा गया दलाल
RIMS के सुरक्षाकर्मियों को पलोनी देवी (Paloni Devi) ने इस बात की जानकारी दी। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से दलाल असीम अंसारी (Dalal Aseem Ansari) को दबोच लिया गया।
उसे बरियातू थाना के हवाले कर दिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि वह कितने दिनों से RIMS में इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।