नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतियां बनाते समय सरकारी योजनाओं के आकार और पैमाने (साइज एंड स्केल) में बदलाव किया है, ताकि योजनाएं देश में सभी तक पहुंच सकें।
बुधवार को विज्ञान भवन में मोदी एट द रेट 20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी पुस्तक के विमोचन के अवसर पर शाह ने कहा, पहले नीतियों को एक निश्चित संख्या में लाभार्थियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था, लेकिन उन्होंने (मोदी) शौचालय, बिजली कनेक्शन, पेयजल, घर या गैस कनेक्शन प्रदान करने सहित देश में सभी के लिए योजनाएं बनाईं।
मोदी को पंचायत चलाने का अनुभव तक नहीं था
यह उल्लेख करते हुए कि मोदी को पंचायत चलाने का अनुभव तक नहीं था, शाह ने कहा कि जब उन्हें भूकंप से प्रभावित गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया, तो उन्होंने राज्य को काफी कुशलता से चलाया।
शाह ने कहा, समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने की उनकी समझ और योजनाओं को कुशलतापूर्वक कैसे वितरित किया जाए, यह शासन के प्रति उनके ²ष्टिकोण का एक अच्छा उदाहरण है, और यह पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा की गई कई पहलों को दर्शाता है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में पहल के बारे में बताते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मोदी ने इस क्षेत्र में सभी के लिए कई नई नीतियां पेश की हैं।उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष, मां और बच्चों के लिए पोषण कार्यक्रम, सात करोड़ से अधिक लोगों को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर जैसी कुछ ऐसी योजनाएं हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री ने शुरू किया है।
एनईपी छात्रों की क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित
नई शिक्षा नीति (एनईपी) की प्रशंसा करते हुए शाह ने कहा कि पहले शिक्षा नीतियां नौकरी के प्रावधानों को ध्यान में रखकर बनाई गई थीं, लेकिन एनईपी छात्रों की क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने गुजरात में शिक्षा की स्थिति बदल दी है, जहां ड्रॉपआउट अनुपात में भारी कमी आई है। कोई कुछ भी कहे, गुजरात की प्राथमिक शिक्षा पूरे देश के लिए एक मॉडल है।
भारत की अंतरिक्ष नीति का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, 2014 से पहले देश में कोई अंतरिक्ष नीति नहीं थी, लेकिन पीएम ने अंतरिक्ष विज्ञान के लिए एक नई नीति की शुरूआत की और देश के लिए एक नया बाजार खोल दिया।
गृह मंत्री ने कहा, उद्योगों के लिए स्टार्टअप, उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन मोदी सरकार द्वारा उठाए गए नए उपाय हैं, जिन्होंने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि पहली बार, भारत की रक्षा नीति अपनी विदेश नीति की छाया से बाहर आई है।
इससे पहले, इस अवसर पर बोलते हुए, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने लगभग आठ साल के कार्यकाल में आतंकवाद पर वैश्विक बहस का नेतृत्व किया है।