रांची: राज्यपाल CP राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) से गरीबों का सस्ता और प्रभावी उपचार हो रहा है। इसके तहत लोगों को सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराना अद्वितीय व सार्थक पहल है।
इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है, इससे लोगों को वांछित राहत मिलेगी। यह राज्य में रहने वाले हर नागरिकों के बीच सुगम हो, इस दिशा में उचित प्रयास हो। उन्होंने कहा कि Brand को नहीं, सही उपचार को देखा जाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा…
राधाकृष्णन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (Indian Jan Aushadhi Project) के तहत पांचवें जन औषधि दिवस के अवसर पर आड्रे हाउस में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस दिवस का थीम “जन औषधि-सस्ती भी अच्छी भी” है, जो हमारे समाज के सभी वर्गों के लिए सस्ती दवाओं की उपलब्धता और पहुंच के लिए समर्पित है।
उन्होंने कहा कि समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध प्राप्त कर सके, इस दिशा में प्रधानमंत्री की ओर से ‘आयुष्मान भारत योजना’ का शुभारंभ किया गया जो कम आय वाले परिवारों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में वरदान है। वहीं, जन औषधि योजना के माध्यम से सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी उपाय किए गए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड राज्य के संदर्भ में यह अत्यन्त महत्वपूर्ण और लाभकारी है। इन योजनाओं के समुचित क्रियान्वयन (Proper Implementation) से सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक में रहने वाले लोग लाभान्वित होंगे।
बन्ना गुप्ता ने कहा…
उन्होंने प्रत्येक जिला और सामुदायिक स्तर के अस्पतालों एवं स्थानीय स्तर पर जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए कहा ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
उन्होंने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में जन औषधि योजना के तहत दवाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। इस योजना तहत सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराकर आम लोगों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। उन्होंने इस योजना के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने एवं लोगों को इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने कहा कि ‘जन औषधि दिवस’ सिर्फ एक दिवस तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बेहतर परिणाम आने चाहिए। इसके प्रति जन-जागृति लाने की जरूरत है।
औषधि केन्द्रों एवं लाभुकों को किया गया सम्मानित
महापौर डॉ. आशा लकड़ा (Dr. Asha Lakda) ने कहा कि जन औषधि दवा की कीमत 50 प्रतिशत से भी कम होती है। जब वे जन औषधि केन्द्रों का उद्घाटन करने जाती हैं तो लोगों में इन केन्द्रों के प्रति उत्साह देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जनजातीय एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों (Tribal and Remote Areas) में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जन औषधि केन्द्र खोलने का प्रयास करना चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि विभाग का लक्ष्य सभी पंचायतों में जन औषधि केन्द्र खोलना है। इसके अलावा अमृत फार्मेसी की स्थापना की जा रही है। इस अवसर पर जन औषधि कार्यक्रम (Drug Program) के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, जन औषधि केन्द्रों एवं लाभुकों को सम्मानित किया गया।