रांची: जिले के ओरमांझी में अज्ञात युवती की सिरकटी लाश मामले में खुलासे के करीब रांची पुलिस पहुंच गई है।
मामले में पुलिस को शेख बिलाल की तलाश है। पुलिस ने उसका सुराग देनेवालों को नकद पुरस्कार देने की भी घोषणा की है।
बता दें की सिर कटी लाश को रविवार काे चान्हाे के चटवल गांव के एक दंपती ने अपनी बेटी बताया। दंपति ने कहा, युवती उनकी बेटी सूफिया परवीन है। वह पिछले 2 माह से लापता थी।
दंपती का नाम माे. कुतुबद्दीन और राबिया खातून है। माे. कुतुबद्दीन पेशे से मजदूर हैं, दंपति के बड़े बेटे तबरेज ने बताया कि कुछ वर्ष पहले खाना बनाने के दाैरान सूफिया का पैर जल गया था।
पुलिस ने रिम्स में जाे शव दिखाया है, उसका भी पैर जला है। सूफिया अपने दाहिने पैर में काला धागा बांध रखा था, जाे अभी भी बंधा है। शव पर दावा किए जाने के बाद पुलिस दंपती काे लेकर सदर अस्पताल पहुंची।
यहां उनका डीएनए सैंपल जांच के लिए लिया गया।
शव की पहचान के लिए पुलिस रिपाेर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस के काेई भी अधिकारी इस मामले में अभी कुछ बाेलने काे तैयार नहीं है।
परिजनाें काे लेकर पुलिस पहुंची रिम्स
सूफिया पिछले लगभग 2 माह से अपने घर से गायब थी, लेकिन उसके परिजनाें ने चान्हाे थाना कोई सूचना नहीं दी थी।
हालांकि परिजनाें ने खाेजबीन की थी, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।
सिर कटा शव मिलने के बाद पुलिस के गुप्तचर ने चटवल गांव से एक महिला के गायब हाेने की सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर टीम चटवल गांव पहुंची और लापता महिला के माता-पिता से पूछताछ की।
इसके बाद उन्हें रिम्स ले जाकर शव दिखाया गया। जिसकी पुष्टि दाेनाें ने अपनी बेटी के रूप में की।
पिठाेरिया में रहता है बेलाल
शव की पहचान सूफिया परवीन के रूप में किए जाने के बाद एक युवक पुलिस की रडार पर है। पिठाेरिया के बेलाल नामक युवक से भी सूफिया की दाेस्ती थी।
हालांकि पिछले एक साल से दाेनाें के बीच झगड़ा चल रहा था। बेलाल काे पुलिस ने एक वर्ष पहले हथियार के साथ
गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बेलाल काे शक था कि सूफिया ने ही पुलिस काे जानकारी देकर उसे जेल भेजवाया था।
कुछ दिनाें बाद अचानक गायब हाे गई
चटवल गांव के लाेगाें ने बताया कि 10 माह पहले सूफिया ने बलसाेकरा गांव के खालिद नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। 2 माह पहले ही वह अपने ससुराल से लाैटकर गांव में माता-पिता के पास आई थी।
कुछ दिनाें बाद अचानक गायब हाे गई। ग्रामीणाें ने बताया कि खालिद का यह दूसरा विवाह था।
खालिद ने पहले से इसी गांव की एक और लड़की से भी शादी की थी। ससुराल आने-जाने के दाैरान ही खालिद और सूफिया की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दाेनाें ने निकाह कर लिया था।