रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रिमांड में (CA) सुमन कुमार सिंह ने कई खुलासे किए हैं।
(ED) को सुमन सिंह ने पूछताछ में बताया है कि उनके घर से बरामद अधिकांश नकद राशि निलंबित आईएएस पूजा सिंघल (Suspended IAS Pooja Singhal) की है, जो उनके निर्देश पर एकत्रित की गई थी।
सीए ने बताया है कि पूजा सिंघल के निर्देश पर उनके परिवार के स्वामित्व वाले पल्स अस्पताल (Pulse Hospital) की जमीन खरीदने के लिए एक प्रसिद्ध बिल्डर को तीन करोड़ नकद दिए गये थे। पूजा सिंघल ने पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
(Pulse Super Specialty Hospital) के महत्वपूर्ण मामलों जैसे निर्माण और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारी भुगतान आमतौर पर नकद में प्राप्त किया गया था।
(ED) ने (CA) सुमन सिंह की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद अदालत को बताते हुए उन्हें दोबारा रिमांड पर लिया है।
पूजा सिंघल मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियों में शामिल हैं
ईडी ने अदालत को सूचित किया है कि उनके पास यह मानने का कारण हैं कि पूजा सिंघल मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियों में शामिल हैं।
इसके अलावा खूंटी के मनरेगा घोटाले (MGNREGA SCAM) के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि कुछ अभियुक्तों ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने अभियुक्त जूनियर इंजीनियर राम विनोद प्रसाद सिन्हा को पूजा सिंघल को नगद देते हुए 4 बार देखा था।
वहीं, एक अन्य ने कहा कि पूजा सिंघल के कहने पर वह राम विनोद सिन्हा से रुपयों से भरा बैग लेता था और पूजा सिंघल को पहुंचाता था, उस बैग में ताला लगा होता था।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने छह मई को आईएएस पूजा सिंघल और उनके करीबियों से जुड़े करीब 25 ठिकानों पर दो दिन तक छापेमारी की थी। इस दौरान 19.31 करोड़ रुपये सीए के घर से बरामद किए गए थे।