नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने पैगंबर मौहम्मद (Prophet Muhammad) के खिलाफ कथित रूप से विवादास्पद टिप्पणी करने वाले निलंबित भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के विरोध में प्रदर्शन के दौरान दंगा समेत विभिन्न आरोपों के तहत एआईएमआईएम पार्टी के 30 कार्यकतार्ओं को गिरफ्तार किया है।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई और तदनुसार उन्हें धारा 147 (दंगा के लिए सजा), 149 (गैरकानूनी सभा का प्रत्येक सदस्य सामान्य उद्देश्य के अभियोजन में किए गए अपराध का दोषी),
186 (सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में लोक सेवक को बाधित करना) 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत घोषित आदेश की अवज्ञा), 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल),
332 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य से रोकने के लिए स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और भारतीय दंड संहिता की धारा 34 (सामान्य आशय को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) के तहत गिरफ्तार किया गया।आधिकारिक सूत्रों ने कहा, उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
जल्द ही अदालत में पेश
AIMIM पार्टी के कई सदस्य पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर निलंबित भाजपा नेताओं- नुपुर शर्मा और नवीन के. जिंदल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए संसद मार्ग पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुए थे।
प्रदर्शनकारियों ने उपरोक्त भाजपा नेताओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। लेकिन जैसे ही उन्होंने संसद मार्ग थाने के बाहर नारेबाजी की, पुलिस ने 33 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और उन्हें मंदिर मार्ग पुलिस थाने ले गई।
दिल्ली पुलिस पीआरओ सुमन नलवा ने गुरुवार को कहा था, हमने उन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है जो नफरत के संदेश फैला रहे थे, विभिन्न समूहों को उकसा रहे थे और ऐसी स्थितियां पैदा कर रहे थे जो सार्वजनिक शांति बनाए रखने के लिए हानिकारक हैं।
एक मामला नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के खिलाफ दर्ज किया गया है और दूसरा विश्लेषण के आधार पर कई सोशल मीडिया संस्थाओं के खिलाफ दर्ज किया गया है। विवरण के लिए सोशल मीडिया बिचौलियों को नोटिस भेजे जाएंगे।