नई दिल्ली: BJP राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) में दिए गए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि जब हिंदुस्तान (Hindustan) में G-20 की बैठकें चल रही हैं, उस समय राहुल गांधी ब्रिटेन (Britain) के Cambridge University में जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं वो देश से छिपा नहीं है।
राहुल गांधी ने पहली बार विदेश में या किसी विदेशी यूनिवर्सिटी (Foreign University) में जाकर भारत (India) के खिलाफ बयान दिया हो, ऐसा भी नहीं है लेकिन इस बार का मामला बहुत ज्यादा गंभीर है।
भारत G-20 की अध्यक्षता कर रहा
BJP मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए पात्रा ने कहा कि जहां दुनिया के सबसे ज्यादा ताकतवर 20 देश हिंदुस्तान में मौजूद है और भारत मेजबान है, भारत (India) G-20 की अध्यक्षता कर रहा है।
आज पूरा विश्व PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व का लोहा मान रहा है, प्रशंसा कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी (Main Opposition Party) के प्रमुख नेता राहुल गांधी विदेश में जाकर कह रहे हैं कि हिंदुस्तान बर्बाद हो गया है, हिंदुस्तान की न्यायपालिका असफल हो गई है, हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं बचा है।
राहुल गांधी को भारत में गंगा नदी नहीं दिखती
राहुल गांधी पर तीखा निशाना साधते हुए BJP राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि Rahul Gandhi कहते हैं कि चीन सद्भाव चाहता है, वहां राष्ट्रवाद है क्योंकि वहां येलो नदी है। राहुल गांधी को भारत (India) में गंगा नदी नहीं दिखती है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ पहली बार जहां चीन की कंपनियां भारत में निवेश कर रही है वहीं विदेश की धरती पर जाकर राहुल गांधी कह रहे रहे हैं कि भारत में निवेश का माहौल नहीं है। हिंदुस्तान को एक राष्ट्र नहीं मानते हुए राहुल Cambridge University में जाकर कह रहे हैं कि भारत एक समझौता है।
पात्रा ने कहा कि Rahul Gandhi विदेश की भूमि पर जाकर कहते हैं कि वे Opposition के नेता हैं, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है। उनके Phone में पेगासस था लेकिन जब पेगासस मामले पर मोबाइल को जांच के लिए मांगा गया तब राहुल गांधी ने अपना फोन नहीं दिया।
देश की सुरक्षा के लिए वे फोन टेपिंग कराते: मनमोहन सिंह
राहुल गांधी को उनके UPA सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए जासूसी कांड की याद दिलाते हुए पात्रा ने कहा कि UPA-2 सरकार के दौरान तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी (Pranab Mukherjee) कह रहे थे कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के कहने पर पी. चिदंबरम ने उनके कमरे को बग कराया है और वे जो बाते करते हैं वह सुन लेती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि UPA 2 के दौरान ही एक RTI के जवाब में यह बताया गया था कि 9 हजार फोन टेप होते थे और बाद में ये संख्या बढ़कर एक लाख हो गई थी और रोज पांच सौ E-Mail पढ़े जाते थे। तत्कालीन PM मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश की सुरक्षा के लिए वे फोन टेपिंग कराते हैं।
ईसाई दोयम दर्जे के नागरिक
पात्रा ने तीखा हमला (Sharp Attack) बोलते हुए कहा कि आप ( राहुल गांधी की सरकार) फोन टेप कराते थे, चोरी-चोरी चुपके चुपके E-Mail पढ़ते थे, अपने मंत्रियों के कमरे को बग कराते थे और यहां पेगासस मामले (Pegasus Case) में जांच होने के बावजूद आपने अपने मोबाइल फोन को जमा नहीं कराया और विदेश की धरती पर जाकर कहते हैं कि हमारे देश में लोकतंत्र नहीं है, हिंदुस्तान में मुस्लिम- सिख (Muslim-Sikh) और ईसाई दोयम दर्जे के नागरिक हैं।
उन्होंने कहा कि भारत, भारत के लोकतंत्र और भारत के न्यायपालिका के बारे में जो बातें बोलने की हिम्मत पाकिस्तान (Pakistan) जैसा देश भी नहीं कर पाता है वे बातें राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर बोल रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि क्या हिंदुस्तान को नीचा गिराने वाले Agency के एजेंट के तौर पर Rahul Gandhi काम कर रहे हैं ?
उन्होंने कश्मीर को लेकर भी राहुल गांधी के कथन की आलोचना करते हुए कहा कि विदेश की धरती पर जाकर वे देश के खिलाफ इस तरह की बातें कर रहे हैं और कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता मजबूरी में अपने दिल पर सौ-सौ टन पत्थर रखकर ही राहुल गांधी की तारीफ कर रहे हैं।