तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन ने सोमवार को मुख्यमंत्री पिनारई विजयन की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विजयन के कार्यालय के इशारे पर ही वायनाड में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के कार्यालय पर हमला किया गया।
केरल विधानसभा के सत्र की शुरुआत के पहले ही दिन कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों ने सदन से बहिर्गमन किया।
नेता प्रतिपक्ष सतीशन (Satishan) ने कहा कि उन्होंने कभी भी इससे पहले मंत्रियों को नारेबाजी करते नहीं सुना है।
उनका मानना है कि उनकी आक्रमकता मुख्यमंत्री को उनके कुछ अवांछित कारनामों के परिणाम से बचा लेगी। वायनाड में राहुल गांधी के कार्यालय पर हमला विजयन कार्यालय के निर्देश पर ही किया गया था।
सुबह नौ बजे सत्र की शुरूआत होते ही सदन में हंगामेबाजी शुरू गई। इसके बाद स्पीकर एम बी राजेश (MB Rajesh) ने टी वी चैनलों को प्रश्नकाल को कवर करने की इजाजत नहीं दी और उन्हें सेंसर किए गए विजुअल मुहैया कराए गए। इन विजुअल में विपक्ष के प्रदर्शन को हटा दिया गया था।
मीडिया ने इसका व्यापक विरोध किया। स्पीकर के कार्यालय ने इस घटना को कम्युनिकेशन गैप कहा।
विपक्ष के छह नेता काली शर्ट और काले मास्क में सदन पहुंचे
एक घंटे के अंतराल के बाद जब सदन की कार्रवाई दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष को नारेबाजी करते देखा गया। स्पीकर ने जब कार्रवाई आगे बढ़ाने की कोशिश की तो नारेबाजी और तेज कर दी गई।
सतीशन ने माकपा पर आरोप लगाया कि वह भारतीय जनता पार्टी का साथ दे रही है। उन्होंने कहा, विजयन कई मुद्दों में घिरे हैं और केंद्रीय जांच एजेंसी भी उनके पीछे है।
इसी कारण वह भाजपा को तुष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। हम इससे झुकेंगे नहीं। विजयन ने मीडिया पर भी सेंसरशिप (censorship) लगाई है। वह नरेंद्र मोदी की नकल कर रहे हैं लेकिन हमलोग इसकी अनुमति नहीं देंगे।
विजयन के विरोध में विपक्ष के छह नेता काली शर्ट और काले मास्क में सदन पहुंचे। विजयन ने इस माह की शुरुआत में कथित रूप से अपने कार्यक्रम स्थल पर लोगों को काले कपड़ों या काले मास्क में आने पर प्रतिबंधित कर दिया था।