इस्लामाबाद: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को इस्लामाबाद (Islamabad) तक मार्च करने की इजाजत देने के सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के दावा के बावजूद सरकार ने शांतिपूर्ण जुलूस के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी।
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार की यह कार्रवाई मॉडल टाउन में प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद हुई।
इस बैठक में उनके बड़े भाई नवाज ने वीडियो लिंक के माध्यम से भाग लिया। बैठक मे यह भी फैसला किया गया कि सरकार जल्द चुनाव कराने की अपदस्थ प्रधान मंत्री इमरान खान की मांग के सामने नहीं झुकेगी।
पीएमएल-एन के नेताओं ने गृह मंत्री को पीटीआई के लॉंग मार्च से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी करने का निर्देश दिया।
पीटीआई की योजना की रविवार को घोषणा की।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई नेतृत्व ने पहले दावा किया था कि सरकार ने उन लोगों की सूची तैयार की है जिन्हें वह विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए गिरफ्तार करना चाहती है।
विपक्षी पार्टी को यह एहसास सोमवार की देर रात हुआ, जब इस आश्वासन के बावजूद पुलिस ने पीटीआई के कई प्रमुख लोगों के आवासों पर छापा मारे कि राजधानी में मार्च से पहले उनके नेताओं को निशाना नहीं बनाया जाएगा या गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।
खान ने इस्लामाबाद में कथित तौर पर जल्दी चुनावों पर सत्ता प्रतिष्ठान के साथ बातचीत विफल होने के बाद बुधवार को एक आजादी मार्च आयोजित करने की पीटीआई की योजना की रविवार को घोषणा की। ।
लाहौर में पूर्व संघीय मंत्री हम्माद अजहर के परिसरों पर देर रात पुलिस कार्रवाई की खबरें थीं।
शेख राशिद अहमद के लाल हवेली आवास के साथ-साथ रावलपिंडी में फैयाजुल हसन चौहान और एजाज खान जाजी के घरों पर भी छापेमारी की गई थी।