पटना: भीषण गर्मी और उमस से परेशान बिहारवासियों (Biharis) को अभी राहत मिलने में समय लगेगा। राज्य में इस बार मानसून के समय से पहले पहुंचने के आसार थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
सिलीगुड़ी और सिक्किम तक पहुंच चुका मानसून एक हफ्ते से बिहार की सीमा के पास ही सीमित है। इसी कारण पूर्वी सीमावर्ती जिलों में लगातार बारिश (Rain) हो रही है।
ऐसे में स्थिति यह है कि बिहार के सीमावर्ती जिलों में लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है लेकिन अन्य जिलों में उमस के साथ गर्मी पड़ रही है।
लू को लेकर अलर्ट जारी
रविवार सुबह से ही लोग उमस भरी गर्मी से परेशान है। शनिवार रात भी यह स्थिति थी। पूरवा हवा चलने पर भी लोगों को जून माह के बीच तक गर्मी (Heat) से राहत नहीं है।
पटना के मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो बिहार में चार-पांच दिनों के बाद मानसून का प्रभाव दिखाने लगेगा। विभाग ने सभी जिलों में 15 जून को मेघ गर्जन आकाशीय बिजली के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।
आने वाले 24 घंटों में प्रदेश के 10 जिलों के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में झमामझ बारिश के आसार है।
मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center) ने राज्य के तीन जिले कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद में पछुआ के कारण जिलों में लू को लेकर अलर्ट जारी किया है। 21 दिन बाद भी राज्य में लू की स्थिति बनी रहने वाली है।
शनिवार को 44.3 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। पटना का तापमान (Temperature) सामान्य से दो डिग्री ज्यादा 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकि नगर, त्रिवेणी में 19.4 MM, किशनगंज के ठाकुरगंज में 18.6 MM, पश्चिमी चंपारण के गौनाहा में 17.6 MM, किशनगंज के तैयबपुर में 16 MM, चरघरिया में 4.8 MM एवं किशनगंज में 2.6 MM बारिश दर्ज की गई।