मुंबई: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन उम्मीदवारों ने सोमवार को महाराष्ट्र विधानभवन में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन किया है।
मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल उपस्थित थे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा के तीनों उम्मीवार विजयी होंगे।
देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों को बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा के तीन राज्यसभा सदस्य थे। आज केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे तथा पूर्व सांसद धनंजय महाडीक ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन किया है।
भाजपा किसी भी कीमत पर राज्यसभा चुनाव में विधायकों की तोड़फोड़ नहीं चाहती थी लेकिन शिवसेना ने दो उम्मीदवारों का नामांकन भरवाया है। विधायकों की तोड़फोड़ रोकने के लिए शिवसेना को एक नामांकन वापस लेना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि महाराष्ट्र उनकी कर्मभूमि और जन्मभूमि हैं। देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के लिए बतौर मुख्यमंत्री बहुत ही उम्दा काम किया था लेकिन शिवसेना की ओर से विश्वासघात किया गया।
इसी तरह का विश्वासघात शिवसेना ने राज्यसभा चुनाव में दो नामांकन दाखिल कर किया है। इस चुनाव में शिवसेना को करारा जवाब दिया जाएगा।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि भाजपा पहले से ही तीसरा उम्मीदवार उतारने वाली थी। संभाजी राजे के कंधे पर भाजपा खेल खेलना चाहती थी लेकिन जब संभाजी राजे ने चुनाव न लड़ऩे की घोषणा की तो भाजपा ने अपना तीसरा उम्मीदवार मैदान में उतार दिया।
वर्तमान में महाविकास अघाड़ी सरकार के पास 169 विधायक हैं
संजय राऊत ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के पास संख्या बल के हिसाब से चार उम्मीदवार आसानी से जीत सकते हैं।
इसलिए भाजपा को अपने तीसरे उम्मीदवार का नामांकन वापस लेना चाहिए। इस चुनाव को लेकर महाविकास आघाड़ी के नेता तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सजग हैं।
महाविकास आघाड़ी सरकार के सहयोगी पक्ष राकांपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को तथा कांग्रेस पार्टी ने इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा चुनाव के मैदान में उतारा है।
इमरान प्रतापगढ़ी को बाहरी उम्मीदवार माना जा रहा है, जिससे महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी में नाराजगी फैली हुई है।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव के लिए एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 42 विधायकों के वोट की जरूरत है।
उधर, भाजपा के पास खुद भाजपा के 106 विधायक, आरएसपी 1, जनसुराज्य 1 और निर्दलीय 5 विधायक इस तरह कुल 113 विधायकों का संख्या बल है।
इस तरह भाजपा को अपने तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए सिर्फ 13 विधायकों के वोट की जरूरत है। इसी तरह वर्तमान में महाविकास अघाड़ी सरकार के पास 169 विधायक हैं।
इनमें शिवसेना के पास 55, राकांपा के पास 54, कांग्रेस के पास 44, अन्य दलों के 8 और निर्दलीय 8 विधायक शामिल हैं ।