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राज्यसभा चुनाव : महाराष्ट्र में एक भी नामांकन वापस नहीं, 6 सीटों के लिए 10 जून को होगा मतदान

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मुंबई:  महाराष्ट्र में शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) के लिए नामांकन करने वाले 7 उम्मीदवारों में से किसी भी एक उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है।

हालांकि इसके लिए शुक्रवार को सुबह से ही जोरदार प्रयास किया गया, जो फिलहाल विफल साबित हुआ है। इसलिए महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना तय हो गया है।

महाविकास आघाड़ी सरकार के छगन भुजबल, सुनील केदार तथा अनिल देसाई आज सुबह विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस से मिले और राज्यसभा से भाजपा का एक नामांकन वापस लेने की पेशकश की।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी उपस्थित थे। इन तीनों नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस से कहा कि इसके बदले महाविकास आघाड़ी भाजपा को विधानपरिषद की एक सीट अधिक देगी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी उपस्थित

इस बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने भाजपा नेताओं से चर्चा की लेकिन चंद्रकांत पाटिल राज्यसभा की तीनों सीट से भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन वापस दिलवाने के लिए तैयार नहीं हुए।

इस तरह महाविकास आघाड़ी सरकार तथा भाजपा में बात नहीं बनी और राज्यसभा चुनाव के लिए किसी भी उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है।

इसलिए राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से पीयूष गोयल, अनिल बोंडे, धनंजय महाडिक, शिवसेना की ओर से संजय राऊत, संजय पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रफुल्ल पटेल तथा कांग्रेस की ओर से इमरान खान उर्फ प्रतापगढ़ी मैदान में हैं। अब इन सभी की तकदीर का फैसला अब 10 जून को होगा।

राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 42 विधायकों के वोट की जरूरत है जबकि भाजपा के पास खुद भाजपा के 106 विधायक, आरएसपी 1, जनसुराज्य 1 और निर्दलीय 5 विधायक हैं।

इस तरह भाजपा के पास कुल 113 विधायकों का संख्याबल है और अपने तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए सिर्फ 13 विधायकों के वोट की जरूरत है।

तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए सिर्फ 13 विधायकों के वोट की जरूरत

इसी तरह वर्तमान में महाविकास अघाड़ी सरकार के पास 169 विधायक हैं। इनमें शिवसेना के पास 55, राकांपा के पास 54, कांग्रेस के पास 44, अन्य दलों के 8 और निर्दलीय 8 विधायक शामिल हैं ।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वे किसी भी तरह राज्यसभा का चुनाव नहीं होने देना चाहते थे। महाविकास आघाड़ी के पास संख्याबल नहीं है, लेकिन इसके बावजूद वे लोग चुनाव लड़ रहे हैं। इसलिए भाजपा के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे।

कांग्रेस पार्टी के नेता व राजस्वमंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा कि महाविकास आघाड़ी भाजपा को विधानपरिषद की एक अतिरिक्त सीट देना चाहती थी, लेकिन भाजपा नहीं मानी, जिससे चुनाव होना तय है।

बालासाहेब थोरात ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार राज्यसभा की चारों सीटें जीतेगी।शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि भाजपा की वजह से राज्यसभा के चुनाव हो रहे हैं।

भाजपा  (B J P) के पास संख्याबल नहीं हैं, वह चुनाव विधायकों की खरीद फरोख्त से जीतना चाहती है लेकिन भाजपा की मंशा सफल नहीं होगी। अब तो चुनाव हो रहा है और महाविकास आघाड़ी सरकार के चारों उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे, इसमें कोई शक नहीं है।

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