रामगढ़: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की महत्वाकांक्षी योजना “मिशन पिंक हेल्थ” की सचिव पद पर दूसरी बार रामगढ़ की डॉक्टर सांत्वना शरण को मनोनीत किया गया है।
डॉ सांत्वना शरण और उनके पति डॉ सुधीर आर्या ने इस खुशी को जिला वासियों के साथ साझा किया है।
गुरुवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बताया कि मिशन पिंक हेल्थ का सबसे बड़ा उद्देश्य एनीमिया मुक्त भारत बनाने का है। इस संकल्प को सचिव पद पर दोबारा मनोनीत होने के बाद दोहराया गया है।
डॉक्टर सांत्वना शरण ने कहा कि मिशन पिंक हेल्थ परियोजना दिसंबर 2017 में शुरू हुई थी। झारखंड राज्य में यह परियोजना 2018 में शुरू हुई।
वर्तमान समय में रामगढ़, चास, बोकारो में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है, और करीब 75 हजार किशोरी बच्चियों के साथ संपर्क किया गया है।
पूरे देश में लाखों बच्चों के लिए मिशन पिंक हेल्थ की टीम कई नामी-गिरामी चिकित्सकों के साथ काम कर रही है।
एनीमिया, सही पोषण, आत्मरक्षा, आत्मविश्वास, मानसिक एवं आध्यात्मिक विकास, महावारी से संबंधित बीमारी जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा सलाह एवं जानकारी दी जा रही है।
कोरोना काल में ऑनलाइन प्रोग्राम का आयोजन कर किशोरी बच्चियों को जागरूक किया जा रहा है।
“आओ स्कूल चलें” एवं “आओ गांव चले” के माध्यम से गांव-गांव एवं स्कूल में जाकर एवं ऑनलाइन माध्यम से प्रत्येक बच्चे तक यह संदेश पहुंचाना मिशन पिंक हेल्थ का उद्देश्य है।
झारखंड के विभिन्न गांवों में मिशन पिंक हेल्थ के तहत आयोजित होने वाली शिविर में किशोरी बच्चियों के बीच आयरन की गोली का वितरण किया जाता रहा है।
साथ ही निशुल्क ब्लड जांच भी किया जा रहा है। पिछले एक वर्ष में 264 ऐसे कार्यक्रम किए गए। इनके माध्यम से 50 लाख से ज्यादा किशोरी बच्चियों को लाभान्वित किया गया।
फेसबुक लाइव शो हर 15 दिनों पर नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन टीम आयोजित करता है। जिसमें देश विदेश के विशेषज्ञ एवं अन्य विषयों के विशेषज्ञ अपने विचारों से बच्चों को जागरूक कर रहे हैं।
डॉक्टर सांत्वना शरण इस प्रोग्राम का पिछले तीन वर्षों से सफल संचालन कर रही हैं। इस वर्ष के लिए भी कई महत्वाकांक्षी परियोजना प्लान की गई है।