रामगढ़: जिले में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का पहला चरण बीत गया है। इस दौरान औसतन प्रतिदिन 250 से 300 कोरोना के मरीज मिले हैं। उनके इलाज के लिए रामगढ़ जिले में पुख्ता इंतजाम हैं।
ऑक्सीजन बेड से लेकर वेंटिलेटर और बाईपेप ऐसी मशीनें लगातार काम कर रही हैं। इसके बावजूद रामगढ़ जिला वासियों के लिए सीसीएल के सहयोग से एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी शुरू हो गई है।
इस बात की घोषणा गुरुवार को डीसी संदीप सिंह ने की। उन्होंने कहा कि जल्द ही उसका निर्माण शुरू हो जाएगा, ताकि रामगढ़ जिला प्रशासन को सिलेंडर पर निर्भर न रहना पड़े।
वर्तमान समय में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए जिले में ना तो ऑक्सीजन की कमी हुई है और ना ही अस्पतालों में बेड की।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सीसीएल हॉस्पिटल नईसराय में 90 से अधिक बेड पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। उस अस्पताल में 110 बेड अब तक कोरोना के मरीजों के लिए लग चुके हैं।
यही वजह है कि वहां अब एक भी नॉन कोविड-19 मरीज भर्ती नहीं है।
अब वहां 20 अतिरिक्त बेड भी लगाए जाएंगे। जिससे कुल 130 मरीजों का इलाज एक बार में किया जाएगा।
डीसी ने कहा कि सीसीएल में 11 वेंटीलेटर काम कर रहे हैं। जिला प्रशासन के पास मौजूद 15 वेंटिलेटर में से कुछ टाटा हॉस्पिटल को भेजा गया है।
जिन लोगों का ऑक्सीजन लेवल काफी डाउन होता है उनको तत्काल ऑक्सीजन देने के लिए 20 हाई फ्लो नोजल ऑक्सीजन मशीन मंगाई गई है। इनमें से पांच मशीनें रामगढ़ में काम कर रही हैं।
15 मशीनें 2 दिन के अंदर आम लोगों के बीच होंगी। 20 बाई पैप मशीन भी खरीदी गई है जो शुक्रवार से लोगों को अपनी सेवा देने लगेगा।