रामगढ़ : जिला समाहरणालय सभागार में अनुमंडल पदाधिकारी कीर्ति श्री की अध्यक्षता में बुधवार को जिला परामर्शी समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी ने जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी श्वेता अमृता लकड़ा से जिले में खाद्य पदार्थों के व्यापार से जुड़े व्यवसायिकों के निबंधन एवं अनुज्ञप्ति के प्रति हुए कार्यों की जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी को जल्द से जल्द जिले के सभी खाद्य पदार्थों से जुड़े व्यापारियों का निबंधन एवं अनुज्ञप्ति का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी को नियमित रूप से जिले के अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण कर खाद्य पदार्थों का सैंपल जांच केंद्र भेजने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी ने जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी से अब तक जिले में खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने के संबंध में की गई कार्रवाई की भी विस्तार से जानकारी ली।
इस दौरान जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को बताया गया कि अब तक रामगढ़ जिले के पांच खाद्य पदार्थों से संबंधित व्यापारियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है।
उन पर ₹50000 से ₹75000 तक का जुर्माना लगाया गया है।
बैठक के दौरान जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी के द्वारा पीपीटी के माध्यम से इट राइट कैंपेन के संबंध में विस्तार से सभी अधिकारियों को जानकारी दी गई।
इस दौरान उन्होंने बताया कि रामगढ़ जिले के युवाओं तथा अन्य लोगों को सही भोजन बेहतर जीवन के तहत स्वस्थ रहने हेतु ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक भोजन खाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को विद्यालयों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों सहित अन्य केंद्रों पर पोस्टर, बैनर तथा अन्य प्रचार प्रसार के माध्यमों से बच्चों तथा अन्य लोगों को जागरूक करने को कहा।
बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी ने जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी से कोटपा एक्ट के तहत जिले में की गई कार्रवाई की जानकारी ली।
इस दौरान जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को बताया गया कि वर्ष 2020-21 में जिले के अलग-अलग प्रखंडों में कोटपा एक्ट तथा प्रतिबंधित पान मसालों के व्यापार के प्रावधानों के अनुसार जांच अभियान चलाकर लगभग ₹119300 की राशि चालान के रूप में वसूली गई है।
उन्होंने बताया गया कि जिले में लोगों को खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से फूड सेफ्टी वैन, नियमित रूप से सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण सहित अन्य माध्यमों से ऑन द स्पॉट खाद्य पदार्थों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।