मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान करने के बाद राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा 13वें दिन गुरुवार को जेल से बाहर आ गए।
भायखला जेल से निकलते ही सांसद राणा को जेल से सीधे लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें स्पॉन्डिलाइटिस की तकलीफ के चलते भर्ती किया गया है।
देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा को बुधवार को मुंबई की सेशन कोर्ट ने 50-50 हजार के बेल बांड पर जमानत दी थी।
जेल से रिहाई प्रक्रिया पूरी न हो पाने से राणा दम्पति की रिहाई न हो सकी थी। सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद गुरुवार को राणा दम्पति को रिहा कर दिया गया।
मजिस्ट्रेट की ओर से रिहाई आदेश मिलने के बाद दो टीमें भायखला और तलोजा जेल पहुंची थीं। नवनीत राणा को भायखला महिला जेल में जबकि रवि राणा को तलोजा जेल में रखा गया था।
जेल में रहने के दौरान सांसद नवनीत राणा को स्पॉन्डिलाइटिस की तकलीफ बढ़ गई थी, इसलिए जेल से रिहा होते ही उन्हें सीधे लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें भर्ती कराया गया।
नवनीत राणा ने आरोप लगाया है कि जेल में रहने के दौरान स्पॉन्डिलाइटिस से पीड़ित होने की बार-बार शिकायत किये जाने के बावजूद अधिकारियों ने अनदेखी की।
लीलावती अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि राणा को अस्पताल में रखने या घर भेजे जाने के बारे में मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद फैसला लिया जाएगा।
राणा दम्पति ने 23 अप्रैल को बांद्रा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की सार्वजनिक घोषणा की थी।
हालांकि, बाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुंबई यात्रा का हवाला देते हुए दम्पति ने ठाकरे के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की अपनी योजना को रद्द कर दिया था।
इस बीच विवाद बढ़ने के बाद इन्हें राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 12 दिन बाद बुधवार को मुंबई सत्र न्यायालय के विशेष न्यायाधीश आरएन रोकड़े ने राणा दम्पति को जमानत दे दी थी। जेल से रिहाई प्रक्रिया पूरी न हो पाने से राणा दम्पति की रिहाई न हो सकी थी।
नवनीत राणा से मिले किरीट सोमैया
इस बीच भाजपा नेता किरीट सोमैया नवनीत राणा का हालचाल जानने लीलावती अस्पताल पहुंचे। सोमैया ने आरोप लगाया कि जो लोग हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहते थे, उन्हें 12 दिनों के लिए जेल जाना पड़ा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भगवान इस माफिया सरकार से महाराष्ट्र को बचाए।