रांची : रांची (Ranchi) के अरगोड़ा थाना (Argora Police Station) क्षेत्र में कोयला कारोबारी रंजीत कुमार गुप्ता उर्फ छोटू गुप्ता पर हुई फायरिंग (Firing) मामले में अब तक पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा है।
इस वजह से किसी की भी गिरफ्तारी (Arrest) नहीं हुई है। हालांकि, पुलिस मामले के खुलासे के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
रंजीत की पत्नी अंजु गुप्ता के बयान पर FIR दर्ज किया गया है। घायल कारोबारी रंजीत कुमार गुप्ता मुरी के हिंडाल्को जाने वाले थे और वहां दोपहर को मीटिंग थी।
इसी बीच घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। मामले में बाइक सवार दो अज्ञात अपराधियों को आरोपित बनाया गया है।
छापेमारी की जा रही
सिटी SP शुभांशु जैन ने बताया कि मामले की जांच जारी है लेकिन अब तक पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस यह कोशिश कर रही है कि मामले का खुलासा जल्द से जल्द हो। इसके लिए छापेमारी की जा रही है।
ईश्वर ने बचा लिया, हमने मार दिया था
उधर, अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह ने सोशल मीडिया फेसबुक पर पोस्ट (Facebook Post) किया है कि रंजीत गुप्ता उर्फ छोटे गुप्ता को ईश्वर ने बचा लिया। हमने उसे मार दिया था।
अब नयी जिंदगी मिली है तो उसे चेतावनी है कि जुबान पर लगाम रखे और बॉस या मेरे बारे में अनर्गल बयानबाजी नहीं करे वरना रांची नहीं लंदन में भी रहेगा तो ठोक देंगे।
जिन्हें मेरा कॉल गया है, उन्हें देर सबेर मिलेगी मेरी गोली
साथ ही लिखा है कि उन्हें भी चेतावनी है जो बॉडीगार्ड लेने के लिए और अपना स्टेटस सिम्बल मेंटेन रखने के लिए बॉस के नाम पर और मेरे नाम पर फर्जी केस करते हैं।
मयंक सिंह ने लिखा है कि मैंने पहले भी कहा था और अभी भी कह रहा हूं, जहां तक मेरा कॉल जाता है, वहां तक मेरी गोली भी जाती है, चाहे वो कितना भी पावरफुल हो।
हर उस आदमी को बता देना चाहता हूं कि जिन्हें मेरा कॉल गया है, उन्हें देर सबेर मेरी गोली मिलेगी।
फलाना सांसद का आदमी हूं..
मयंक सिंह ने पोस्ट में आगे लिखा है कि झूठा हवा बनाते हैं कि फलाना सांसद का आदमी हूं।
फलाना मंत्री तक मेरी पहुंच है। फलाना अधिकारी से मेरा उठना बैठना है।
ऐसे लोग अब अपनी गाड़ी में बॉडीगार्ड के साथ एक-एक ऑक्सीजन सिलेंडर और हो सके तो डॉक्टर भी लेकर चलें।
ऐसे लोग जिन्होंने बॉस और मेरा इगो हर्ट किया है, ईमानदारी के साथ मीडिया में माफी मांगें।
ईमानदारी से झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) को बॉडीगार्ड वापस करें और चैन से अपना कारोबार करें।
मुझसे जितनी मेहनत करायेंगे आपको उतनी तकलीफ होगी।