रांची: झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ की ओर से जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को मेधा कृषि उत्सव का आयोजन धुर्वा के मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क़ृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख उपस्थित थे।
मौके पर मंत्री ने राज्य के सभी दुग्ध उत्पादकों को बधाई देते हुए कहा कि झारखंड में दुग्ध व्यवसाय के उज्जवल भविष्य है और हमारे दुग्ध उत्पादकों के लिए एक सुनहरा मौका है।
इससे राज्य के लोगों को अपने ही राज्य में आय का स्रोत उपलब्ध होगा। साथ ही मंत्री ने दुग्ध महासंघ के कार्यप्रणाली एवं प्रगति को सराहा तथा राज्य सरकार से महासंघ को यथासंभव सभी सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
मेधा डेयरी के एमडी सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड राज्य दुग्ध महासंघ सुमेधा ब्रांड के नाम से जाना जाता है।
पिछले छह वर्ष से राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के कुशल प्रबंधन में लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
वर्तमान में मिल्क फेडरेशन से राज्य के 18 जिलों से करीब 40,000 दूध उत्पादक परिवार जुड़े हुए हैं जो प्रतिदिन लगभग 1.30 लाख लीटर दूध की अपूर्ति कर रहे हैं।
अभी मिल्क फेडरेशन के अधिक चार डेयरी प्लांट होटवार, कोडरमा, लातेहार और देवघर में 1.40 लाख मीटर प्रोसेसिंग क्षमता के साथ चल रहे हैं जबकि अतिरिक्त तीन नए प्लांट यथा सारठ, देवघर, साहिबगंज, पलामू का निर्माण अंतिम चरण में है और जल्द ही उत्पादन प्रारंभ किया जाना है।
इसके अतिरिक्त दुग्ध उत्पादकों के उत्पादन लागत को कम करने तथा दूध की गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से महासंघ द्वारा कैटल फीड प्लांट मिनरल मिक्सर प्लांट बाय पास फीड एवं शीट व्हाट द प्लांट भी होटवार स्थित मेधा डेयरी प्रांगण में स्थापित कर संचालित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में पशुओं के स्वास्थ्य से संबंधित समुचित एवं सुलभ सलाह के लिए मुख्य अतिथि द्वारा टेलीमेडिसिन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
साथ ही विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों के द्वारा पशुपालकों को उनके पशुओं के स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी गई। कार्यक्रम में शशि प्रकाश झा, पवन मरवाहा आदि उपस्थित थे।