रांची: जन्मदिन की पार्टी, मेहमानों की भीड़ और डीजे (DJ) के अश्लील गानों पर बार बालाओं के ठुमके। दूसरी तरफ ठुमकों से मदमस्त युवकों द्वारा रायफलें लहराना और हवाई फायरिंग करना।
यह सब एक वीडियो में दिख रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। पुलिस तक भी यह वीडियो पहुंच चुका है।
दावा किया जा रहा है कि यह वायरल वीडियो रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर एक में हुई जन्मदिन की पर्टी का है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और कार्रवाई की तैयारी में है।
दावों के मुताबिक, सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर एक में रहनेवाले विकास महतो के पुत्र के जन्मदिन पर पार्टी मनायी जा रही थी।
इस पार्टी में ऑर्केस्ट्रा प्रोग्राम का आयोजन किया गया था। हालांकि, इस पार्टी का आयोजन करने से पहले न तो संबंधित थाना को जानकारी दी गयी थी और न ही जिला प्रशासन से इसकी इजाजत ही ली गयी थी।
दावा यह भी किया जा रहा है कि इस पार्टी में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर चौबे उर्फ मिंटू चौबे अपने बॉडीगार्ड के साथ हथियार लेकर पहुंचे थे।
वायरल वीडियो में दिख रहा है…
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कार्यक्रम के दौरान तीन युवक हाथों में रायफल लिए हुए हैं। स्टेज पर एक तरफ बार बाला डीजे की धुन पर नाचती नजर आ रही है, तो दूसरी ओर तीन युवक रायफल लहराते हुए लगातार फायरिंग करते दिख रहे हैं।
दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में हवाई फायरिंग करते दिख रहे युवकों में से एक भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर चौबे उर्फ मिंटू चौबे का बॉडीगार्ड है।
वहीं, दूसरा शख्स जमीन कारोबारी विकास कुमार है और तीसरे शख्स का नाम आशुतोष वर्मा उर्फ सोनू वर्मा बताया जा रहा है। दावा यह भी किया जा रहा है कि फायरिंग कर रहा जमीन कारोबारी विकास कुमार झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़ा हुआ है।
इधर, सुखदेवनगर थाना प्रभारी ममता कुमार ने कहा कि फायरिंग का वीडियो उन्हें सोमवार को मिला है।
इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों का हथियार जब्त किया जायेगा, साथ ही अगर हथियार लाइसेंस वाला है, तो लाइसेंस भी रद्द करने की अनुशंसा की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि इस तरह पार्टी या समारोह जैसी भीड़ वाली जगह पर दनादन हर्ष फायरिंग से गोली लगने से किसी की जान जाने का भी खतरा हो सकता था।
समारोहों में हर्ष फायरिंग के दौरान गोली लगने से मौत हो जाने की कई घटनाएं पहले सामने आ चुकी हैं।
दूसरी तरफ, हर्ष फायरिंग पर प्रतिबंध होने की भी बात कही जा रही है, फिर भी ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन विफल साबित हो रही है।