रांची: रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई की ओर से सोमवार को बेतार केंद्र सभागर में ग्राम विकास में युवाओं का योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इसकी अध्यक्षता रांची विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा ने की।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय सम्पर्क प्रमुख अनिल कुमार ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण विकास में युवाओं की भूमिका प्रभावी एवं अहम है।
उन्होंने कहा कि जब तक गांव का शत प्रतिशत विकास नहीं होगा, तब तक भारत को विकसित नहीं बनाया जा सकता है।
अनिल कुमार ठाकुर ने कहा कि आवश्यकता है कि युवा गांव में जाकर ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए सकारात्मक एवं सामूहिक प्रयास करें।
उन्होंने गांव में शांति, भाईचारे एवं सामाजिक ताने – बाने को अक्षुण्ण बनाने के लिए युवाओं से सार्थक पहल करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि युवा, गांव में पंचायत या अन्य सामाजिक संस्थाओं के साथ सहयोग करके सरकार की ग्राम सभा, पंचायतों की विभिन्न योजनाओं में तालमेल बैठाकर गांव के विकास में सहभागी बनें।
संगोष्ठी में राजकुमार शर्मा ने कहा कि गांव का विकास युवाओं के बिना अधूरा है और सम्पूर्ण ग्राम विकास की कल्पना नहीं की जा सकती।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि गांवों के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता। आज आवश्यकता है शहरी एवं ग्रामीण परिवेश में संतुलन बनाकर सामूहिक प्रयास करें।
भारत विश्व में सबसे बड़ा युवाओं का देश है। फिर भी हमारा देश अन्य देशों की तुलना में पीछे है। इसके लिए चाहिए कि युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग ग्राम विकास से लेकर देश के विकास की योजनाओं में करें।
संगोष्ठी का विषय प्रवेश एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ब्रजेश कुमार ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी नए विचारों की स्रोत है। संगोष्ठी में दिवाकर, प्रिंस, आभास, नैंसी, फलक, वीणा आदि भी उपस्थित थे।