रांचीः हटिया.यशवंतपुर एक्सप्रेस का प्रस्थान दिवस मंगलवार ही है, लेकिन ट्रेन चलेगी या नहीं। इसको लेकर पैसेंजर्स कनफ्यूजन में हैं। जी हां, एक ओर जहां इस ट्रेन में सभी आरक्षित बर्थ फुल हो चुकी हैं।
वहीं, दूसरी ओर विजयवाड़ा मंडल के पडुगुपाडु.नेल्लुरु स्टेशन के बीच रेल पुल में जलजमाव की स्थिति के कारण परिचालन बाधित है। अब ऐसे में यात्री दुविधा में हैं कि ट्रेन चलेगी या नहीं।
मामला क्लीचर नहीं कर पा रही रेलवे
रांची रेलमंडल को दूसरे मंडल से लाइन क्लीयर होने की सूचना नहीं मिली है, जिस कारण सोमवार देर शाम तक इस ट्रेन का परिचालन सामान्य रहेगा या रद्द रहेगा, इसकी पुष्टि भी रेलवे नहीं कर पायी।
वहीं, 23 तारीख को भी बेंगलुरू कैंट-हटिया एक्सप्रेस को रद्द रखा गया है।
दक्षिण भारत को जोड़ने वाली ट्रेनों में भीड़
इधर, लगातार दो से तीन दिनों तक दक्षिण भारत को जोड़ने वाली ट्रेनें रद्द हैं, जिस कारण बाद की तारीख की ट्रेनों में ओवर लोड बढ़ता जा रहा है।
आने वाले कई दिनों तक दक्षिण भारत जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को आसानी से आरक्षित बर्थ नहीं मिल पाएगी। दूसरी ओर यात्रियों की भीड़ को कम करने के लिए अतिरिक्त बोगियां जोड़ने का भी आश्वासन रेल प्रशासन नहीं दे रहा है।
बाद की ट्रेनों में चल रही लंबी वेटिंग
23 नवंबर, 28 नवंबर, 30 नवंबर और पांच दिसंबर, सात दिसंबर और 12 दिसंबर को स्लीपर श्रेणी में 49 से 348 तक लंबी प्रतीक्षा सूची है। थर्ड एसी में 23.30 नवंबर तक 29.32 वेटिंग दिख रही है, जबकि सेकेंड एसी में 9.13 वेटिंग है।
धनबाद.एलेप्पी एक्सप्रेस भी सोमवार को रांची से रद्द रही। परंतु आने वाले दिनों में इस ट्रेन में भी कई दिनों तक लंबी वेटिंग है। स्लीपर श्रेणी में 23 नवंबर से 27 नवंबर तक 90 से 204 प्रतीक्षा सूची है।
थर्ड एसी में नौ से 12 वेटिंग और सेकेंड एसी में तीन से सात वेटिंग। टू एस श्रेणी में भी इस अवधि में 33 से 89 वेटिंग दिख रही है।
हटिया-बेंगलुरु कैंट में भी नो रूम
वहीं, हटिया.बेंगलुरु कैंट एक्सप्रेस में स्लीपर श्रेणी में 27 नवंबर, चार दिसंबर और 11 दिसंबर की ट्रेन में 14 से 179 वेटिंग है। जबकि थर्ड एसी में 19 से 37 और सेकेंड एसी में 25 दिसंबर तक दो से 27 लंबी प्रतीक्षा सूची चल रही है।