रांची: आदिवासी जमीन पर हो रहे कब्जा के खिलाफ केंद्रीय सरना समिति ने मंगलवार को अरगोड़ा थाना का घेराव किया।
लोगों का कहना है कि अरगोड़ा मौजा में रैयत और धार्मिक स्थल की जमीन पर कब्जा हो रहा है। अरगोड़ा थाना की मिलीभगत से जमीन पर कब्जा करने का आरोप इनलोगों ने लगाया।
हालांकि घंटे भर हुए घेराव के बाद थाना से आश्वसन दिया गया। इसके बाद प्रदर्शन कर रहे आदिवासी थाना से वापस लौट गए।
अरगोड़ा थाना का घंटों घेराव कर रहे केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि राज्य में लगातार आदिवासियों की जमीन पर गैर आदिवासियों के द्वारा कब्जा किया जा रहा है और यह तमाम चीजें प्रशासन की मिलीभगत से होती है।
जिस जमीन पर कार्य हो रहा है। वह आदिवासियों का पहनाई जमीन है। जहां आदिवासी धार्मिक और सामाजिक कार्य करते हैं। इसकी सूचना केंद्रीय सरना समिति ने पूर्व में भी थाना को दी थी।
सीओ से इसकी रिपोर्ट की मांग की गई थी। लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही दूसरे पक्ष ने कार्य करना शुरू कर दिया। पूछने पर दूसरे पक्ष ने बताया कि उन्हें थाना ने स्वीकृति दी है।
थाना में प्रदर्शन कर रहे रैयत का कहना है कि यह जमीन हमारे परदादा की है। इस जमीन की किसी भी प्रकार की कोई बिक्री नहीं हुई है।
इसके बावजूद वहां माफियाओं के द्वारा जमीन पर अवैध निर्माण कराया जा रहा है। इसे लेकर पहले थाना में आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन जबरन सीओ के रिपोर्ट के बिना थानेदार कैसे जमीन के मामले में आदेश दे सकता है।
गुस्साए ग्रामीणों ने थाना का घंटों घेराव किया।
थाना प्रभारी ने कहा कि मामला से सीओ से जुड़ा हुआ है। दोनों पक्ष की ओर से कागजात पेश किए गए हैं। दोनों कागजात को सीओ के पास भेज दिया गया है। जांच के बाद पूरा मामला स्पष्ट हो सकेगा।
दूसरी ओर सीओ भी थाना पहुंचे और और लोगों को समझाया और कहा कि कागजात की जांच की जाएगी।निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद ही आदिवासी ग्रामीण थाना से लौट गए।