रांची: मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना (Manpur Inhuman Incident Happened With Tribal Women) के विरोध में रविवार को कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह (Deepika Pandey Singh) ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि हर महिला का सम्मान बराबर हो, लेकिन जब वो महिला किसी भारतीय सेना के उस जवान के साथ हो, जिसने कारगिल की रक्षा की हो, जिसने श्रीलंका में जाकर भारत का मान बढ़ाया हो तो उस महिला के प्रति अगर हृदय में भाव है और उसकी एक लाईन जो मुझे चुभ गई, पीड़ा दे गई कि मैंने कारगिल तो बचा लिया, पर अपनी पत्नी, अपने बच्चे, अपना गांव नहीं बचा पाया, ये बात बहुत दूर तक छूती है।
सिंह रविवार को रांची के पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रही थीं। उन्होंने देश की गुप्त एजेंसियों (Secret Agencies) पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी गुप्त एजेंसियां क्या कर रही थी।
विकास मंत्री स्मृति ईरानी खामोश क्यों हैं
विपक्ष के विधायकों को डराने के लिए भाजपा में सम्मिलित कराने के लिए जो तत्परता दिखाती है वो तत्परता मणिपुर में कहां चली गई। जबकि महिला आयोग, मणिपुर की राज्यपाल तक चिंता व्यक्त कर चुकी लेकिन मणिपुर की हिंसा नहीं रूकी।
UPA सरकार में थोडी से पेट्रोल और गैस की कीमत बढ़ने पर गैस का सिलेडंर माथे पर रखकर सड़कों पर आंदोलन करने वाली महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) खामोश क्यों हैं। क्या उन्हें भी बोलने का आदेश नहीं जो स्वंय एक महिला हैं।
अगर आप महिला होकर भी एक महिला पर इस तरह की घटना की निंदा नहीं कर सकते तो आपको अविलंब इस्तीफा देना चाहिए।