रांची: सांसद सांस्कृतिक महोत्सव (MP Cultural Festival) का शुक्रवार को भव्य रंगारंग शुभारंभ हुआ।
मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuvar Das) ने कहा कि हमारी पहचान दुनिया में हमारे संस्कृति से हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री (PM) का कहना है कि अपनी विरासत पर गर्व करे, जो अपने देश और राज्य की संस्कृति है, उससे वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराएं।
हमारे देश संस्कृति बहुत पुरानी है। इसे कोई नहीं मिटा सकता पश्चिमी सभ्यता जो भोग विलास कि संस्कृति है।
लेकिन भारतीय संस्कृति (Indian Culture) जो परम आनंद की अनुभूति कराती है। झारखंड पूरे विश्व पटल पर अपनी पहचान बना चुकी है।
जो झारखंड के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि कला और संस्कृति को प्रोत्साहित करने का यह एक अनूठा प्रयास है।
कला, संस्कृति और भाषा राज्य की पहचान:सुदेश
इस अवसर पर झारखंड सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री सुदेश महतो (Sudesh Mahto) ने कहा कि कला, संस्कृति और भाषा राज्य की पहचान है।
अपनी भाषा संस्कृति को बचाने के लिए इस तरह के आयोजन आवश्यक हैं।
झारखंड की संस्कृति को बचाने का लक्ष्य हम सभी लोगों का दायित्व है। इस राज्य का चेहरा यहां की संस्कृति है।
मैं धन्यवाद देना चाहता हूं रांची के सांसद का उन्होंने स्वर्गीय राम दयाल मुंडा जिन्होंने कहा था जे नाची से बाची की संस्कृति को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
नाटक का विशेष रूप से मंचन किया गया
सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में 10 विधाओं की प्रतियोगिता हुई जिसमें नवोदित कलाकारो ने अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री का चिंतन और उनके विशेष आग्रह पर युवा रंगमंच के की ओर से धरती करे पुकार मुझे बचाओ का नाट्य मंचन किया गया।
आज के समय धरती मां करहा रही है। केमिकल युक्त खाद (Chemical Fertilizers) एवं केमिकल का उपयोग कर खेत की मिट्टी जहरीली होती जा रही है। प्रदूषण फैल रहे हैं।
इससे बचाने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना एवं इसे जन जागरण के रूप में कैसे लोगो को जागरूक किया जा सके।
इसीको लेकर नाटक का विशेष रूप से मंचन किया गया।
कथक की विशेष प्रस्तुति गार्गी मालानी एवं पदम मुकुंद नायक एवं नंदलाल नायक की लोकगीत की प्रस्तुती दी गई।
इस अवसर पर झारखंड सरकार के महोत्सव में महिला इस महोत्सव में महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, अनेकता में एकता, गुरु शिष्य परंपरा, स्वतंत्रता सेनानी, वसुधैव कुटुंबकम, तकनीकी नवाचार, प्राकृतिक खेती से जुड़े थीम पर भी प्रस्तुति दी गई।