रांची: एनटीपीसी कोयला खनन ने दो अक्टूबर को सफलतापूर्वक चट्टी-बरियातू कोयला खनन परियोजना के लिए माइन डेवलपर-कम-ऑपरेटर (एमडीओ) अनुबंध प्राप्त किया। चट्टी-बरियातू कोयला खनन से पीक रेटेड क्षमता प्रति वर्ष सात मिलियन मीट्रिक टन होगी।
इस कोयला खनन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य हजारीबाग जिला प्रशासन के सहयोग से अग्रिम चरण में है।
चट्टी-बरियातू कोयला खनन परियोजना के लिए माइन डेवलपर-कम-ऑपरेटर (एमडीओ) अनुबंध की शुरुआती बैठक का आयोजन एनटीपीसी कोयला खनन मुख्यालय में 20 अक्टूबर को मेसर्स ऋत्विक-एएमआर कंसोर्टियम के साथ किया गया था।
बैठक के दौरान इस उद्देश्य के लिए कार्यकलापों और समय सीमा पर चर्चा की गई। एनटीपीसी ने वित्त वर्ष 2021-22 में चट्टी-बरियातू खान से कोयला उत्पादन शुरू करने पर जोर दिया ताकि एनटीपीसी बिजली केन्द्रों के लिए कोयले की आपूर्ति को बढ़ा सके, जिससे उसके ग्राहकों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।
एनटीपीसी ने चट्टी-बरियातू खान से कोयला उत्पादन जल्द शुरू करने के लिए झारखंड राज्य सरकार, हजारीबाग जिला प्रशासन , ग्रामीणों और अन्य हितधारक से प्राप्त सहयोग पर भरोसा जताया।
इस संबंध में एनटीपीसी ने पकरी बरवाडीह खान से दस अक्टूबर को बनदग रेलवे साइडिंग क्षेत्र में हो रहे एक स्थानीय विरोध के बाद कोयला प्रेषण फिर से शुरू करने में झारखंड सरकार और हजारीबाग जिला प्रशासन के सक्रिय सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
एनटीपीसी की कैप्टिव कोयला खनन परियोजनाओं से कोयले की आपूर्ति इसके बिजली केन्द्रों के लिए निर्बाध उत्पादन और बिजली की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
एनटीपीसी की कोयला खनन टीम अपनी कोयला खानों से कोयला उत्पादन और इसके प्रेषण बढ़ाने के लिए अपना सर्वोत्तम प्रयास कर रही है।