रांची: महिलाएं लगातार सशक्तीकरण (Empowerment) की राह पर तेजी से बढ़ रही है। फिर चाहे वो खेल का क्षेत्र हो या फिर शिक्षा जगह, सेना या फिर कोई और क्षेत्र, हर जगह महिलाएं अपना दम दिखा रही हैं।
इसी कड़ी में राजनीति भी एक हिस्सा है। उनमें भी गांवों में चुनी जाने वाली सरकार में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है।
इसी कड़ी में झारखंड में चल रही पंचायत में एक महिला ने अपने ही पति को कड़ी टक्कर देते हुए चुनाव जीता है। आज यह जीत हर किसी की जुबां पर छाई हई है।
पिठोरिया पंचायत के वार्ड नंबर तीन में सदस्य के पद पर पति हफीज अंसारी और उनकी पत्नी रशीदा खातून चुनाव मैदान में आमने-सामने थी।
इसके अलावा सदस्य के प्रत्याशी के रूप में किसी ने भी चुनाव लड़ने के लिए नामांकन नहीं किया था।
महिला को गैस चूल्हा मिला था निशान
जानकारी के अनुसार पति-पत्नी के बीच काफी टक्कर का मुकाबला था। पत्नी को चुनाव चिन्ह गैस चूल्हा मिला था, जबकि पति को गिलास था।
रविवार को पंडरा में मतगणना शुरू हुई तो दोनों अगल-बगल ही खड़े थे। लेकिन दोनों के चेहरे पर तनाव था।
मतगणना केंद्र में जैसे-जैसे वोटों की गिनती हो रही थी, उस वक्त बार-बार रशीदा अपने पति से यही कह रही थी कि आप चुनाव से नाम वापस ले लें।
वहीं पति उसे यही जवाब दे रहा था कि अबकी बार वही जीतेगा। इसी बीच वोटों की गिनती की प्रक्रिया पूरी की गई। विजेताओं की घोषणा की गई।
रशीदा को 155 वोट मिले, जबकि उनके पति हफीज को 119 वोट मिला। 36 वोट से रशीदा ने अपने पति हफीज को हराकर पिठोरिया पंचायत के वार्ड नंबर तीन के सदस्य चुनी गईं।
रशीदा खातून दो बार से वार्ड सदस्य हैं। विजेता होने के बाद लोगों ने रशीदा बधाई दी। फूल-माला पहनाकर नारे भी लगाए गए।
10 साल से वाार्ड सदस्य हैं राशीदा
खातून बीते 10 साल से वार्ड सदस्य के पद पर हैं। इस संबंध में हफीज अंसारी ने कहा कि उन्होंने पत्नी से कहा था कि वह 10 साल से वार्ड सदस्य हैं अब उन्हें इस पद पर काम करने का मौका मिलना चाहिए इसलिए वह चुनाव नहीं लड़े।
लेकिन पत्नी इसके लिए तैयार नहीं हुई उल्टे उसने ही पति को कहा कि वे चुनाव में ना उतरे।