रांची: पर्यटन एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन द्वारा 28 अप्रैल को गढ़वा में आयोजित इफ्तार पार्टी में दिए गए बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
शुक्रवार को जहां उनके बयान को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताकर जमशेदपुर स्थित साकची थाना में मुकदमा दर्ज करने का आवेदन दिया गया था, वहीं गढ़वा और देवघर में भी उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया गया है।
वर्ग विशेष को उकसाने का मामला
मंत्री ने इफ्तार पार्टी में दिल्ली के जहांगीरपुरी में हाल के दिनों में अतिक्रमण मामले पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था कि हमारे 20 प्रतिशत घर बंद होंगे तो उनके 80 प्रतिशत बंद होंगे।
इधर, शुक्रवार की ही रात भाजपा गढ़वा नगर मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप ने भी गढ़वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया था।
उमेश ने मंत्री पर धार्मिक उन्माद बढ़ाने का आरोप लगाया है। कहा है कि मंत्री के इस बयान से मेरी धार्मिक भावना आहत हुई है।
साथ ही इस बयान से समाज में घृणा फैलाने एवं एक वर्ग विशेष को उकसाने का मामला बनता है।