रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा लगातार विधानसभा अध्यक्ष पर सवाल उठा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष पर सवाल उठाना गलत है। भाजपा अब गलत परंपरा की शुरूआत कर रही है। सुप्रीयो सोमवार को बरियातू स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल से अधिक तक तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव के कोर्ट में मामला चला।
इसके बाद निर्णय आया हमलोग भी जल्दी निर्णय लेने का आग्रह करते रहते थे। लेकिन कभी भी विधानसभा अध्यक्ष पर ऊंगली नहीं उठायी।
क्योंकि हमें उनकी निष्पक्षता पर कोई संदेह नहीं थी। यही बाबूलाल मरांडी उस समय भी हाइकोर्ट गये थे।
इसलिए बाबूलाल को धैर्य रखना चाहिए। मेरिट के आधार पर निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के पांच विधायकों को भाजपा ने शामिल कराया था।
तब से वे दसवीं अनुसूची की बातें करते रहते थे। लेकिन आज वे फिर उसी पार्टी में गये हैं। 11 विधायकों को 2009 में तत्कालीन स्पीकर आलमगीर आलम ने दल-बदल में उनकी सदस्यता खारिज की थी।
आज वही नियम जब विधानसभा न्यायीकरण में है। इसके बाद भी वर्तमान स्पीकर पर तब से ही उनका आक्रमण हो रहा है।
हमने स्पीकर पर कभी सवाल नहीं उठाया
स्पीकर पर ऊंगली उठा कर आखिरकार बाबूलाल और उनकी टीम कहां है। जानकारी मिल रही है कि उनका और उनके टीम मेंबर का मोबाइल बंद है। राज्य के प्रथम मुख्मयंत्री का लोकेशन ट्रेस नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। उनको बताना चाहिए कि आज कल कहां हैं, जबकि हर जगह डिजिटल मीडिया उपलब्ध है।
ईडी प्रकरण के बाद बाबूलाल और रघुवर दास कहीं गुम हो गये हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भी विपक्ष में रही थी।
लेकिन कभी हमने स्पीकर पर सवाल नहीं उठाया। पूर्व स्पीकर दिनेश उरांव के न्यायाधिकण में झाविमो विधायकों का मामला पूरे कार्यकाल तक चला।