रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने खनन लीज मामले में भारत निर्वाचन आयोग के नोटिस का जवाब देने के लिए एक माह का समय मांगा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 10 मई तक नोटिस का जवाब देना था।
मुख्यमंत्री ने मां की बीमारी का हवाला देते हुए मानवीय आधार पर अतिरिक्त समय देने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से कहा गया है कि मां की बीमारी के चलते वे नोटिस का जवाब देने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं हो सके हैं। मुख्यमंत्री ने आग्रह पत्र विशेष प्रतिनिधि के माध्यम से भेजा है।
मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया है कि नोटिस मिलने के समय से उनकी मां बीमार हैं और हैदराबाद में इलाजरत हैं।
व्यस्तता के कारण सीएम नोटिस का नहीं कर सके अध्ययन
उन्हें भी अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी के निर्वहन के क्रम में हैदराबाद रहना पड़ रहा है। इस व्यस्तता के कारण वह नोटिस का अध्ययन नहीं कर सके हैं।
उन्हें नोटिस का अध्ययन कर जवाब देने और विधि विशेषज्ञों से मशविरा करने का समय नहीं मिल पाया है।
मुख्यमंत्री की ओर से अतिरिक्त समय की मांग करने के बाद अब भारत निर्वाचन आयोग का इस मामले में फैसला अहम माना जा रहा है।
अब सीएम की ओर से अतिरिक्त समय मांगे जाने की स्थिति में आयोग का क्या कदम होगा इस पर सबकी नजर है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की मां रुपी सोरेन का इलाज हैदराबाद में हो रहा है। परिवार के अन्य सदस्य भी वहीं हैं।
वे भी पिछले दिनों अस्पताल में ही थे। ऐसे में सीएम ने निर्वाचन आयोग से मानवीय आधार पर राहत देते हुए कुछ अतिरिक्त समय देने की मांग की है।