रांची: झारखंड में मई वाली तपिश के तीखे तेवर से अप्रैल में ही लोग परेशान हैं। राजधानी रांची का तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस या इसके पार चल रहा है।
हालांकि, मौसम केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार 21 और 22 अप्रैल को राजधानीवासियों को गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।
22 अप्रैल को एक-दो बार गर्जन के साथ हल्की बारिश संभव है। इस दौरान अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
न्यूनतम तापमान भी 24-25 डिग्री हो सकता है। 23 अप्रैल से फिर मौसम साफ हो जायेगा। इसके बाद अधिकतम तापमान का एक बार फिर चढ़ने की संभावना है। इस दौरान बेवजह बाहर निकलने से बचें और सुपाच्य भोजन करें।
हालांकि, लगातार गर्मी झेल रहे संताल परगना के लोगों को बुधवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिली। राजमहल में करीब 20 मिमी बारिश हुई।
इसके अतिरिक्त साहिबगंज में 18, पत्थरगामा में छह, महेशपुर में छह मिमी बारिश हुई। जमशेदपुर में छिटपुट बारिश हुई।
इधर, राजधानी रांची समेत राज्यभर में गर्म हवाओं के कहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
इससे होने वाले दुष्प्रभाव और सावधानी बरतने के निर्देश भी दिए गए है, जिससे किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके। वहीं, 104 हेल्थ हेल्पलाइन नंबर पर भी संपर्क कर डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
इसके अलावा सभी हॉस्पिटल्स में भी मरीजों के लिए बेड तैयार रखे गए है। कई जिलों में हीट वेव (लू) का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।
इन चीजों का करें इस्तेमाल
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देश में बताया गया है कि इन चीजों का रेगुलर इस्तेमाल करें। इसमें नमक-चीनी का घोल, तरबूज, खरबूज, छाछ, नींबू पानी, आम का शर्बत, लस्सी, ककड़ी, खीरा और ओआरएस घोल। ओआरएस का पैकेट सरकारी हॉस्पिटलों में फ्री में उपलब्ध है। साफ बर्तन में एक लीटर पानी (साधारण ग्लास से पांच ग्लास) में ओआरएस का एक पूरा पैकेट घोल दें।
बच्चों को अगर कोई परेशानी हो तो तैयार किए गए ओआरएस घोल को कुछ-कुछ अंतराल पर चम्मच से देते रहें। वयस्क इसे जरूरत के हिसाब से ले सकते है।
बनाए गए ओआरएस घोल को 24 घंटे के बाद उपयोग न करें। घर से बाहर निकलने के पहले इन चीजों का प्रयोग करें। हल्के रंग के ढीले ढाले सूती कपड़े, धूप का चश्मा, तौलिया,गमछा, जूते-चप्पल पहनकर ही बाहर जाए
इन बातों का रखें ध्यान
-गर्मी में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए ज्यादा पानी पीएं
– घर से बाहर निकलें तो खुद को कवर करके ही निकलें
-लू लग जाने पर उस व्यक्ति को छांव में लिटा दें
-अगर उसके कपड़े फीटिंग हों तो उसे ढिला कर दें अथवा हटा दें
– ठंडे गिले कपड़े से शरीर पोछें या ठंडे पानी से नहलाएं
-लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी हेल्थ सेंटर पर ले जाएं
लू लगने के ये हैं लक्षण
-शरीर में पानी की कमी
-उल्टी, तेज बुखार
-कमजोरी, सिर दर्द, चक्कर आना
– हार्ट अटैक, स्ट्रोक
-कार्डियोवैस्कुलर कांप्लीकेशन