रांची: संगठन सशक्तीकरण अभियान के तहत राज्य के सभी 320 सांगठनिक प्रखंडों में रविवार को एक साथ प्रखंड स्तरीय संवाद सम्मेलन का आयोजन किया गया।
संवाद कार्यक्रम में प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पदाधिकारी, मोर्चा संगठनों, विभागों के पदाधिकारी, पीसीसी एवं एआईसीसी डेलीगेट तथा प्रमुख कांग्रेस जनों ने हिस्सा लिया और संगठन की मजबूती के लिए अपने सुझाव दिये हैं।
संवाद कार्यक्रम के संयोजक आलोक कुमार दूबे ने गुमला जिले के बसिया, कामडारा और पालकोट में आयोजित प्रखंड स्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लिया।
मौके पर आलोक कुमार दूबे ने कहा कि एक जमाने के बाद बड़े नेताओं की उपस्थिति में एक साथ सभी प्रखंडों में संवाद स्थापित किया गया।
इसके लिए पूरी तरह से झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय की सोच को धन्यवाद दिया जाना चाहिए।
एनपीए वालों का केसीसी लोन माफ नहीं हुआ है
दूबे ने पार्टी प्रखंड स्तरीय सम्मेलन के दौरान पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं की भावनाओं एवं सुझावों से अवगत हुए।
उन्होंने कहा कि जिला सम्मेलन और प्रखंड संवाद सम्मेलन में निकले सुझाव और भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अगली बैठक में अवगत कराया जाएगा एवं लिखित प्रतिवेदन भी दिया जाएगा।
संवाद कार्यक्रम के दौरान अधिकांश कार्यकर्त्ताओं ने देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ आंदोलन को तेज करने और संगठनात्मक मजबूती को लेकर कई सुझाव दिये।
इस दौरान सरकार और संगठन में आपसी समन्वय एवं कार्यकर्त्ताओं के मान-सम्मान की भी बात कही गयी।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि एनपीए वालों का केसीसी लोन माफ नहीं हुआ है। गठबंधन की सरकार होते हुए भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जाती है।
पंचायत अध्यक्ष जसिन्ता केरकेट्टा ने कहा गरीबों का भविष्य उज्जवल नहीं अंधकार मय हो गया है। पंचायत अध्यक्ष विमल होरो ने कांग्रेस ने हरित क्रांति लाया और भाजपा सरकार महंगाई एवं बेरोजगारी लेकर आई है, जिसके वजह से हम सभी त्रस्त हैं।
दूबे ने कहा कि इस इलाके में कांग्रेस फर्स्ट डिविजन से पास है लेकिन आपको 99 प्रतिशत तक पहुंचना है। इसके लिए बूथ एवं पंचायत को ठीक रखना होगा।
जनता से संपर्क बनाए रखना होगा और कांग्रेस परिवारों से मिलना होगा जो अपने आपको उपेक्षित समझकर कहीं और चले जा रहे हैं।