रांची: झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय (Avinash Pandey) तीन दिवसीय दौरे पर मंगलवार को रांची पहुंचे हैं।
उन्होंने कांग्रेस के विधायकों के साथ एक-एक कर बैठक की। बैठक में विधायकों ने अपनी-अपनी बातों से प्रभारी को अवगत कराया।
जानकारी के अनुसार झामुमो (JMM) के राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस के विधायकों और नेताओं में काफी आक्रोश है।
अविनाश पांडेय ने एक-एक कर सभी नेताओं और विधायकों से बंद कमरे में बात की। इस दौरान मंत्रियों को छोड़कर विधायकों ने एक सुर से सरकार को बाहर से समर्थन देने की बात कही।
झामुमो ने महुआ माजी को उम्मीदवार घोषित कर दिया
यदि विधायकों की बात मानी गयी तो कांग्रेस (Congress) के चारों मंत्री बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेख और आलमगीर आलम को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।
वे साधारण विधायक के तौर पर सरकार में शामिल रहेंगे। इस बात की आधिकारिक घोषणा कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय आलाकमान से हामी मिलने के बाद कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा (Rajya Sabha) में कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाह रही थी। इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।
यह तय किया गया था कांग्रेस और झामुमो की तरफ से गुलाम नबी आजाद राज्यसभा के लिए उम्मीदवार होंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। झामुमो ने महुआ माजी को उम्मीदवार घोषित कर दिया।