रांची: झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों को लेकर राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई।
बैठक में जहां राज्य के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से पड़ोसी राज्यों के पुलिस से सम्पर्क कर सुरक्षा इंतजाम किए जाने पर चर्चा हुई, वहीं नक्सल और अवैध शराब के साथ अवैध हथियारों के खिलाफ भी विशेष अभियान चलाने पर सहमति बनी।
शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कोषांग गठन
झारखंड पुलिस मुख्यालय में वीसी के माध्यम से हुई इस बैठक में राज्य भर के आईजी, डीआईजी और एसपी जुड़े।
मुख्यालय में हुई इस बैठक में एडीजी अभियान संजय लाटकर, आईजी अभियान अमोल विणुकान्त होमकर सहित कई वरीय पुलिस अफसर शामिल हुए।
इस दौरान पुलिस मुख्यालय ने पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए चुनाव कोषांग का भी गठन किया। कोषांग की जिम्मेदारी जगुआर के डीआईजी अनूप बिरथरे को दी गई है।
चुनावी कोषांग की टीम ने एसपी रैंक के दो अधिकारी इंद्रजीत महथा और धनंजय कुमार सिंह को भी शामिल किया गया है।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल होमकर ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि सभी सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी बरती जाए।
सीमावर्ती जिलों में चेकनाका लगाकर रोजाना जांच करने का निर्देश जिलों के एसपी को दिया गया है, ताकि अवैध शराब और हथियार की तस्करी रोकी जा सके।
इसके साथ सीमावर्ती जिलों के एसपी और थानों के साथ नियमित कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक की जाए।
बैठक कर वैसे अपराधियों और गैंग के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो सीमावर्ती दूसरे राज्य के जिले के साथ झारखंड के संबंधित जिले में भी सक्रिय हों, उनके खिलाफ प्रिवेंटिव एक्शन लिया जाए।