रांची: झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर पलटवार किया।
सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचारियों के संरक्षण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि पूजा सिंघल पर कार्रवाई 2008-09 में दर्ज मनरेगा घोटाला मामले में हुई है।
ईडी की कार्रवाई हेमंत सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में हुई किसी मामले में नहीं हुई है। लेकिन भाजपा राज्य में यह माहौल तैयार करने की कोशिश कर रही है कि हेमंत सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए किसी भ्रष्टाचार का परिणाम है।
उन्होंने मांग की है कि मनरेगा घोटाला मामले में तात्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास, तात्कालीन झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और उस वक्त की चीफ सेक्रेटरी राजबाला वर्मा को भी सीबीआई मनरेगा घोटाला मामले में अभियुक्त बनाये। दोनों पार्टी कार्यालय में शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को बोल रहे थे।
सुप्रियो ने भाजपा से पूछा कि रघुवर दास को बताना चाहिये कि पूजा सिंघल को कैसे खूंटी में हुए 18 करोड़ से अधिक के अनियमितता मामले में 27 फरवरी 2017 को क्लीन चिट दी गयी।
मनरेगा में हुए लूट मामले में हुई ईडी की कार्रवाई को खनन कार्य से जोड़ कर हेमंत सोरेन सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
सरकार के पास सीमित विकल्प
जब पूरे मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने एसीबी जांच की सिफारिश की थी, तो उसे कैसे दबा दिया गया।
आठ दस साल बाद फिर क्यों यह कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है।
आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ कार्रवाई पर भट्टाचार्या ने कहा कि ईडी के तरफ से जब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आ जाता, सरकार के पास सीमित विकल्प हैं।
पल्स अस्पताल की जमीन मामले पर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि वैसे तमाम जमीनों की जांच होगी, जो सीएनटी एक्ट के दायरे में आता है और जिनका गलत तरीके से हस्तांतरण किया गया है।