रांची: झारखंड की राजधानी रांची में एक होमगार्ड (Home Guard) को बड़े गंभीर मामलों में फंसाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
इसके बाद उस जवान ने सरकार और झारखंड पुलिस को आड़े हाथों ले लिया है। दरअसल, यह मामला झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन (Home Guard Welfare Association) के राजीव तिवारी नामक शख्स से जुड़ा है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी बाइक में अवैध हथियार और गांजा रखकर उन्हें बेवजह फंसाने की कोशिश की जा रही है।इसके बाद उन्होंने सरकार व पुलिस विभाग को चेतावनी डे डाली है।
बताया जा रहा हैकि राजीव ने छह जुलाई तक न्याय नहीं मिलने पर एसएसपी (SSP) आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी भी दे दी है।
उन्होंने यह भी कहा है कि यदि ऐसा हुआ तो इसके लिए पूरी तरह से सरकार, झारखंड पुलिस व रांची पुलिस जिम्मेदार होगी। इस चेतावनी (Warning) के बाद विभाग के सभी आला अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए हैं।
पुलिस पर ही हजारों रुपए वसूली का आरोप
राजीव ने मामले में रांची SSP सुरेंद्र कुमार झा (Surendra Kumar Jha) को ई-मेल भेजा है। लिखा है करीब एक माह से ज्यादा हो चुका है।
लेकिन गांजा व हथियार प्लांट कर फंसाने की साजिश रचने के दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठाया है।
जिस होमगार्ड ने अवैध हथियार व गांजा (Illegal weapons and ganja) बाइक में रखी थी, उसने जांच कर रहीं डीएसपी यशोदरा के सामने स्वीकार कर लिया था।
बावजूद राजीव को छोड़ने के लिए उनकी पत्नी से पुलिस ने गलत ढंग से 65 हजार की वसूली भी की थी। इस पूरे प्रकरण पर कार्रवाई की मांग की गई है।
बताया जा रहा है कि राजीव जब धुर्वा थाना गए थे तो उनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया गया था।
इसे फर्जी बताकर राजीव तिवारी ने झारखंड उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, डीजीपी, एसएसपी, एसपी सिटी आदि को लिखित आवेदन दिया है, जिसमें धुर्वा थानेदार प्रवीण कुमार की शिकायत की गई है।
बता दें कि झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) की पहले ही कई बार किरकिरी हो चुकी है, अब इस तरह के मामले में उसके सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी हो गई हैं। इतना ही नहीं उसके इस कृतय के कारण सरकार की भी फजीहत हो रही है।