रांची : राजधानी में शुक्रवार को मेन रोड में हुई हिंसा (Ranchi Violence) मामले में वांछित उपद्रवियों के पोस्टर आज मंगलवार को दोपहर में पुलिस द्वारा शहर के चौक-चौराहों पर लगाए गए थे ताकि लोग उनकी पहचान कर सके।
इस संबंध में रांची पुलिस द्वारा आम लोगों से इन उपद्रवियों की पहचान कर उनके बारे में पुलिस को जानकारी साझा करने की अपील भी की गयी थी, मगर उन्हें 10 मिनट के भीतर ही वापस उतार भी लिया गया।
यह जहां आम लोगों के लिए आश्चर्य व चर्चा का विषय भी बना हुआ है, वहीं इस संबंध में रांची पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है आम लोगों व प्रेस को यह सूचित किया जाता है कि दिनांक 10-06-2022 को रांची में घटित हिंसक घटना में वांछित उपद्रवियों का पोस्टर (Posters) जारी किया गया था, परंतु संशोधन हेतु उसे वापस किया जाता है।
गौरतलब है कि इससे पहले राजभवन से मिले निर्देश पर मंगलवार को प्रशासन ने रांची हिंसा के उपद्रवियों के बैनर पोस्टर लगाने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन आखिरी वक्त में रांची पुलिस ने तमाम फोटो वापस ले लिए हैं।
इस वजह से चौक-चौराहों से पोस्टर पुलिस ने उसे हटा लिया
राज्यपाल रमेश बैस के निर्देश के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने दो अलग अलग पोस्टर में उपद्रवियों की फोटो वाले पोस्टर मंगलवार की शाम जाकिर हुसैन पार्क के पास लगाये थे। लगाने के कुछ ही मिनटों में ही उन्हें उतार भी लिया गया।
इस बाबत पूछने पर रांची के सिटी SP अंशुमन कुमार (Anshuman Kumar) ने बताया की उन पोस्टर में कुछ करेक्शन किया जाना है। उसके बाद उन्हें दुबारा लगाया जाएगा।
दरअसल, पोस्टर में जो फोटो लगाये गए थे उनमें से कुछ नाबालिग लग रहे थे। इस बात की सूचना जैसे ही पुलिस अधिकारियों को मिली उन्होंने पोस्टर हटाने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि 10 जून को हुई हिंसा में एक 14 साल के किशोर की फायरिंग में मौत हो गयी गयी थी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को राज्यपाल रमेश बैस ने राज्य के DGP, ADG (अभियान), रांची DC तथा SSP को राज भवन (Raj Bhavan) में तलब किया था।
राज्यपाल (Governor) ने साफ़ कहा था कि घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उनके पोस्टर बनावायें। साथ ही शहर के अलग अलग कोनों पर उन्हें लगायें ताकि उन्हें पकड़ने में आम लोगों की मदद ली जा सके।