नई दिल्ली: अडाणी समूह (Adani Group) के बारे में सामने आई विदेशी कंपनी की रिपोर्ट (Report) को लेकर देश में नया विवाद पैदा हो गया है।
जहां अडाणी समूह ने रिपोर्ट को गलत बताया हैं वहीं कंपनी अपनी रिपोर्ट को सही बता रही है। दूसरी ओर कांग्रेस (Congress) ने मामले में गहन जांच की मांग कर दी है।
इसके साथ ही Adani Group को लेकर सोशल मीडिया पर भी तमाम प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है।
बता दें कि अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट में उद्योगपति गौतम अडाणी (Gautam Adani) की अगुवाई वाले समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
उधर Adani Group ने कहा है कि वह अपनी प्रमुख कंपनी के शेयर बिक्री को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के तहत ‘बिना सोचे-विचारे काम करने के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ ‘दंडात्मक कार्रवाई’ को लेकर कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है।
वहीं हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर पूरी तरह कायम है। इस बीच कांग्रेस ने मांग की है कि अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच RBI और SEBI को करना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा है कि मामले में गहन जांच की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के कई वित्तीय संस्थानों और बैंकों ने Adani Group में निवेश किया हुआ है इसकारण सच सामने आना चाहिए।
Adani Group और हिंडनबर्ग के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है
उधर रिपोर्ट को लेकर Adani Group और हिंडनबर्ग के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। यह रिपोर्ट जारी होने के एक दिन बाद अडाणी समूह ने बयान जारी कर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
उसके कुछ ही घंटे बाद ही हिंडनबर्ग ने ट्विटर पर लिखा कि अडाणी समूह ने रिपोर्ट में उठाए गए 88 सीधे सवालों में से किसी का भी जवाब नहीं दिया है।
हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने कहा कि अगर अडाणी समूह गंभीर है तब उस अमेरिका में भी मुकदमा दायर करना चाहिए जहां हम काम करते हैं। हमारे पास कानूनी प्रक्रिया के दौरान मांगे जाने वाले दस्तावेजों की एक लंबी सूची है।
उधर Adani Group के विधि मामलों के प्रमुख जतिन जलुंधवाला ने कहा ‘‘हिंडनबर्ग रिसर्च ने गलत इरादे से बिना कोई शोध और पूरी जानकारी के समूह के खिलाफ 24 जनवरी 2023 को रिपोर्ट प्रकाशित की। इससे अडाणी समूह हमारे शेयरधारकों और निवेशकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। भारतीय शेयर बाजार में रिपोर्ट के जरिये जो उतार-चढ़ाव आया वह काफी चिंता की बात है…।’’
रिपोर्ट आने के बाद बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे Adani Group
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट और उसकी निराधार बातें कुछ और नहीं बल्कि Adani Group की कंपनियों के शेयरों की कीमतों को नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार की गई थीं।
जलुंधवाला ने कहा ‘‘एक विदेशी इकाई ने जानबूझकर और बिना सोचे-विचारे निवेशक समुदाय और आम लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया है। उसने अडाणी समूह उसके नेतृत्व की साख को बट्टा लगाने के साथ हमारी प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के FPO (अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम) की बिक्री को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। हम उसकी इन हरकतों से काफी परेशान हैं।’’
उन्होंने कहा ‘‘हम हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ अमेरिकी और भारतीय कानून के तहत निपटने और दंडात्मक कार्रवाई पर गौर कर रहे हैं।’’
उधर रिपोर्ट आने के बाद बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे Adani Group ने कहा था ‘‘रिपोर्ट कुछ और नहीं बल्कि चुनिंदा गलत और निराधार सूचनाओं को लेकर तैयार की गई है जिसका मकसद पूरी तरीके से दुर्भावनापूर्ण है। Adani Group ने कहा कि जिन बातों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है उस भारत की अदालतें भी खारिज कर चुकी हैं।