मुंबई: महाराष्ट्र में 8 माह बाद सोमवार से मंदिरों सहित सभी तरह के धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। आज सुबह से मंदिरों सहित सभी धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। मंदिरों सहित सभी धार्मिक स्थलों में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से मंदिर खोले जाने का निर्णय आते ही मुंबई के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए तैयारी शुरू कर दी गई थी। दादर स्थित सिद्धिविनायक मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे ही खोल दिए गए थे।
यहां भक्तों को कोरोना नियमों का पालन करते हुए भगवान गणेश का दर्शन करने दिया जा रहा है । भारतीय जनता पार्टी के विधायक राम कदम ढोल तासे के साथ सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की ।
राम कदम ने कहा कि राज्य सरकार ने अहंकार की भावना के तहत मंदिरों के कपाट अब तक नहीं खोले थे। भाजपा की ओर से राज्य में मंदिर खोलने के लिए आंदोलन करना पड़ा। इस तरह भाजपा के आंदोलन की वजह से राज्य सरकार को झुकना पड़ा और मंदिर खोलने पड़े हैं।
इसी तरह मुंबई का प्रसिद्ध मुंबादेवी मंदिर, बाबुलनाथ मंदिर, विरार स्थित जीवदानी मंदिर के कपाट आज सुबह ही खोल दिए गए हैं। मुंबई सहित राज्य के मंदिरों के सामने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी है और भक्तगण कोरोना नियमों का पालन करते हुए भगवान का दर्शन कर रहे हैं।
राज्य सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय होने के बाद माहिम दरगाह, हाजी अली आदि स्थलों पर मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ लगी हुई है। इसी तरह मुंबई के गिरजाघरों में भी ईसाई समाज के लोगों की भीड़ लगी है।