नई दिल्ली: सरकार की लाख कोशिशों और चेतावनियों के बावजूद सहारा इंडिया (Sahara India) लोगों के हजारों करोड़ रुपए वापस नहीं कर रहा है। ऐसे में लोग सशंक्ति हैं कि उनकी मेहनत का पैसा वापस होगा या नहीं।
हालांकि निवेशकों का पैसा दिलाने के लिए सरकार लगातार ठोक कदम उठा रही है। लेकिन सहारा प्रबंधन पैसे लौटाने के मूड में नहीं दिख रहा।
19 हजरी आवेदन सरकार को मिले
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने बताया था कि सेबी को 81.70 करोड़ रुपए के लिए 53,642 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट / पास बुक से जुड़े 19,644 आवेदन मिले हैं।
उन्होंने यह भी बताया था कि बाकी आवेदन का रकफएउछ और रऌकउछ द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों में रिकॉर्ड ट्रेस नहीं हो पा रहा। उनकी ओर से जानकारी दिए जाने के बाद निवेशकों की उम्मीदें बढ़ गई थीं।
रुपए नहीं लौटाने के मुख्य कारण
निवेशकों की रकम नहीं लौटा पाने पर रेग्युलेटरी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (रएइक) की ओर से कहा गया था कि रिकॉर्ड में निवेशकों का डाटा ट्रेस नहीं हो पा रहा है।
2021 को सेबी की सालाना रिपोर्ट में निवेशकों के 129 करोड़ रुपये लौटाने की बात कही गई थी। उस समय सेबी ने यह बताया था कि 31 मार्च 2021 तक सेबी के खाते में ब्याज समेत कुल रकम करीब 23,191 करोड़ रुपये है।
बहरहाल, सहारा में ऐसे लोगों के भी पैसे फंसे हैं, जो दो जून की रोटी के लिए भी जद्दोजहद कर रहे हैं। लोगों के जरूरी काम पैसे वापस नहीं मिलने से रुके हुए हैं। कई लोगों का तो निधन तक हो चुका है।