रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को करम टोली स्थित आदिवासी बालक-बालिका छात्रावास में आयोजित सरहुल पर्व महोत्सव -2022 में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने पूजास्थल पहुंच कर सभी को सरहुल पर्व की शुभकामनाएं दीं।
द्वेष और घृणा से कोसों दूर हैं आदिवासी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के बाद एक बार पुनः हम सब एकत्रित हुए हैं। अपनी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने में सुखद अनुभूति होती है।
हम जहां भी हैं, वहां सभी के साथ मिलकर अपनी परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ाते हैं।
आदिवासी हमेशा से द्वेष और घृणा से कोसों दूर हैं। मुख्यमंत्री ने कहा सभी लोग अपनी परंपरा और संस्कृति को बचाने के लिए एकजुट होते रहते हैं। हमें भी आदिकाल से चली आ रही परंपरा को अक्षुण्ण रखने की आवश्यकता है।
हॉस्टल में होंगे रसोइया और चौकीदार
मुख्यमंत्री ने बताया कि कल्याण विभाग द्वारा संचालित हॉस्टल्स का जीर्णोद्धार कर हॉस्टल की सभी खामियों को दूर किया जा रहा है।
अब इन बालक-बालिका छात्रावास में रसोइया और चौकीदार की व्यवस्था होगी।
यहां रहने वाले स्टूडेंट्स को भोजन भी सरकार उपलब्ध कराएगी। हॉस्टल को नया स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है।
सरकार ने आदिवासी बच्चियों के लिए हॉस्टल बनाने का निर्णय लिया गया है, ताकि उन्हें शहर आकर पढ़ाई करने में असुविधा न हो।