खूंटी: पवित्र सावन (Sawan) महीने की दूसरी सोमवारी पर खूंटी (Khunti) के ऐतिहासिक बाबा आम्रेश्वर धाम (Baba Amreshwar Dham) में भगवान आशुतोष का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए बाबा के भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।
हल्की बारिश भी बाबा के भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। बारिश के बीच घंटों कतार में खड़े होकर श्रद्धालु भोलाथ के जयकारे लगाते रहे।
बाबा आम्रेश्वर धाम के स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक
बाबा आम्रेश्वर धाम अंगराबारी के अलावा शहर के पुरातन महादेव मंडा, तोरपा के बाबा नागेश्वर धाम, नामकोम शिवालय सहित अन्य शिवालयों और मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
बाबा आम्रेश्वर धाम के स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक और पूजन-अर्चन के लिए रविवार रात से ही श्रद्धालु यहां पहुंचने लगे थे और देर रात से ही यहां मुख्य मंदिर के प्रवेश द्वार पर जलाभिषेक के लिए आए श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गई थी।
तड़के साढ़े तीन बजे से ही बोल बम और हर-हर महादेव से गुंजायमान हो उठा
तड़के साढ़े तीन बजे जैसे ही मुख्य मंदिर और अन्य मंदिरों के पट खुले, पूरा वातावरण बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
इस दौरान घंटों कतार में खड़े भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
मंदिर परिसर में शांति और सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस के जवान और प्रबंध समिति के सदस्य व्यवस्था को संभालते हुए भक्तों को कतारबद्ध मंदिर में प्रवेश कराते रहे।
तड़के प्रारंभ हुई पूजा-अर्चना और जलाभिेषेक का यह दौर पूरे दिन अनवरत जारी रहा और बोल बम तथा हर-हर महादेव के नारों से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा।
इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ ही बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के अधिकारी व सदस्य भी दिन भर सक्रिय रहे।
पूजा-अर्चना के बाद दूर-दराज क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने धाम परिसर में लगे श्रावणी मेले का आनंद उठाया।
महिला व पुरुष बल के जवान मंदिर परिसर सहित पूरे मेला परिसर में तैनात
मेला परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों के साथ काफी संख्या में महिला व पुरुष बल के जवान मंदिर परिसर सहित पूरे मेला परिसर में तैनात थे।
जलाभिषेक के लिए आनेवाले भक्तों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसे ध्यान में रखकर बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के अध्यक्ष लाल ज्ञानेंद्र नाथ शाहदेव, महामंत्री मनोज कुमार के अलावा वयोवृद्ध उपाध्यक्ष मुनीनाथ मिश्रा, सुखदेव भगत, उपेंद्र कश्यप, श्रीपाल जैन, संतोष पोद्दार, परिमल घोष, कृष्णानंद तिवारी, महेंद्र भगत, अरुण कर, राजू भगत, जगदीश नाग, सत्यजीत कुंडू, दुर्गा महतो, प्रेमानंद तिवारी, प्रेमचंद महतो आदि प्रबंध समिति के पदाधिकारी और सदस्य पूरे दिन धाम परिसर में मौजूद रहकर व्यवस्था की निगरानी करते रहे।