नई दिल्ली: देश और सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों का जोरदार झटका दिया है।
SBI ने गुरुवार को फिर अलग-अलग अवधि के कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज (marginal cost based interest) दर (MCLR) में 0.10 फीसदी का इजाफा किया है। बैंक की बढ़ी हुई नई MCLR दरें 15 जुलाई से लागू होंगी।
इस बढ़ोतरी के बाद एक रात, एक महीने और 3 महीने के लिए बैंक का MCLR 7.05 फीसदी से बढ़कर 7.15 फीसदी हो जाएगा। छह महीने की अवधि वाले कर्ज के लिए MCLR 7.35 फीसदी से बढ़कर 7.45 फीसदी हो गया है।
ब्याज दरों में बढ़ोतरी से होम, ऑटो और कार लोन महंगा हो जाएगा
इसी तरह एक साल का MCLR 7.40 फीसदी से बढ़कर 7.50 फीसदी हो जाएगा, जबकि दो साल के लिए MCLR 7.7 फीसदी से बढ़कर 7.8 फीसदी हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के रेपो रेट में इजाफा के बाद स्टेट बैंक ने इससे पहले जून में MCLR बढ़ाया था।
हालांकि, आरबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद HDFC, Indian Overseas Bank, Bank Of Baroda सहित कई बैंकों ने इससे पहले इसी महीने MCLR आधारित ब्याज दरों में इजाफा किया है। बैंको की ब्याज दरों में बढ़ोतरी से होम, ऑटो और कार लोन महंगा हो जाएगा।