नई दिल्ली : भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (SEBI) तलाशी एवं जब्ती अभियानों के दौरान घटनास्थल से डेटा जुटाने में मदद के लिए एक एजेंसी को नियुक्त करने की तैयारी में है।
इसके लिए सेबी ने मोबाइल, कंप्यूटर एवं टैबलेट जैसे उपकरणों से डिजिटल सबूतों को जब्त करने, उन्हें फिर से निकालने और उनका विश्लेषण करने के लिए अनुभवी डिजिटल फोरेंसिक एजेंसियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं।
बाजार नियामक ने यह कदम कई संस्थाओं द्वारा टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल कर कथित रूप से धोखाधड़ी किए जाने की शिकायतों को देखते हुए उठाया है।
फॉरेंसिक एजेंसियां 26 अप्रैल तक आवदेन कर सकते है
सेबी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि डेटा फॉरेंसिक एजेंसी को तलाशी एवं जब्ती के दौरान तलाशी लेने गई टीम और घटनास्थल से डेटा जब्त करने में सहायता देनी होगी।
इसके अलावा इस एजेंसी को कई तरह के डिजिटल उपकरणों जैसे लैपटॉप, मोबाइल फोन, स्मार्टफोन, टैबलेट, हार्ड ड्राइव, यूएसबी ड्राइव, सीडी/डीवीडी, सर्वर आदि को फॉरेंसिक इस्तेमाल के लिए जब्त भी करना होगा।
नियामक के अनुसार इच्छुक फॉरेंसिक एजेंसियां 26 अप्रैल तक आवदेन कर सकती है।