मुंबई: BJP नेताओं द्वारा महाराष्ट् (Maharashtra) के महापुरुषों का बार-बार किये जा रहे अपमान के विरोध में शनिवार सुबह महाविकास आघाड़ी की ओर से मुंबई में एक विशाल और भव्य महामोर्चा (विरोध मार्च) का आयोजन किया गया।
यह मोर्चा दक्षिण मुंबई के भायखला से सुबह 11 बजे CMMT के टाइम्स ऑफ इंडिया (Times of India) बिल्डिंग तक निकाला गया।
इस मोर्चे में महाविकास आघाड़ी के घटक दल- एनसीपी कांग्रेस (NCP Congress) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) तो शामिल हुए ही साथ ही समाजवादी पार्टी शेतकरी कामगार पार्टी CPI CPIM RPI(दीपक निकालजे) आरपीआई (खरात) जैसी पार्टियों के नेता-कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
इस महामोर्चा की खास बात यह रही कि शिंदे-फडणवीस सरकार बनने के बाद पहली बार महा विकास आघाड़ी का यह संयुक्त शक्ति प्रदर्शन था।
इस मोर्चा में शरद पवार उद्धव ठाकरे नाना पटोले पृथ्वीराज चव्हाण आरिफ नसीम खान अजित पवार समेत कई दिग्गज नेता मौजूद थे।
अपने संबोधन में शरद पवार ने कहा कि महात्मा फुले (Mahatma Phule) और सावित्रीबाई फुले (Savitri Bai Phule) पर राज्यपाल (Governor) भगत सिंह कोश्यारी ने ओछी टिप्पणी की है। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
ऐसे राज्यपाल को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें तुरंत यहां से हटाएं। मैं लोकतांत्रिक (Democratic) तरीके से यह मांग कर रहा हूं। शरद पवार ने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि लोग शांत हैं।
पवार ने कहा…
राज्यपाल को नहीं हटाया गया तो महाराष्ट्र जल उठेगा। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ आदर्श हैं जैसे- फुले साहू आंबेडकर कर्मवीर भाऊराव पाटील। मैं देश के कोने कोने में जाता हूं।
सभी के मन में साहू महाराज छत्रपति शिवाजी महाराज डॉ आंबेडकर (Dr. Ambedkar) के प्रति आदर सम्मान है। लेकिन ये इन पर ये कुछ भी बोलते हैं।
शंकरदयाल शर्मा से लेकर अब तक कई राज्यपाल देखे लेकिन आज के राज्यपाल तो महाराष्ट्र की विचारधारा को ही संकट में लाने का काम कर रहे हैं।
BJP के एक नेता द्वारा ‘आंबेडकर को स्कूल चलाने के लिए भीख मांगना पड़ा’ ऐसी भाषा का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे लोगों को सबक सिखाए बिना हम चुप नहीं बैठेंगे।
इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे लिए मुंबई मातृभूमि है लेकिन इनके लिए यह स्क्वेयर फुट में नापी जाने वाली जमीन भर है। हमारे जो संरक्षक हैं वे मुंबई का हिसाब स्क्वेर फीट में कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी और शिंदे-फडणवीस सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता मगंल प्रभात लोढ़ा और शिंदे गुट के नेता संजय गायकवाड़ का नाम लिए बिना उनपर हमले करते हुए कहा कि हम कोश्यारी को राज्यपाल नहीं मानते और लफंगों को शिवाजी महाराज का नाम लेने का अधिकार नहीं है। महाराष्ट्र को कैसे कंगाल करें कैसे खत्म करें ये कोशिशें जारी हैं।
ऐसे नारे लगाओ की दिल्ली के कान के पर्दे फट जाएं। वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार फरवरी महीना नहीं देख पाएगी। उन्होंने कहा कि इस महामोर्चा के जरिए रणनीति तय हो चुकी है।
बिगुल फूंके जा चुके हैं। हमारी फौज युद्ध के लिए तैयार है। आज के इस महामोर्चा ने राज्यपाल को डिसमिस कर दिया है। गवर्नर को डिसमिस कर देने वाला यह मोर्चा है।
कर्नाटक का मुख्यमंत्री रोज महाराष्ट्र को आंखें दिखाता है : संजय राउत
महापुरुषों का अपमान करके कोई सत्ता में बैठा हुआ नहीं रह सकता है। इन्हें एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। संजय राउत ने कहा कि इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए चिंगारी जल उठी है।
महाराष्ट्र जग गया है दहक रहा है। आज दिल्ली भी दूरबीन लगाकर देखता होगा कि हमारी ताकत क्या है। इस मंच पर महाराष्ट्र की सभी पार्टियों के नेता हैं और महापुरुषों का अपमान करने वाले मंत्रालय में बैठे हुए हैं।
गांव गांव में इस सरकार और राज्यपाल के खिलाफ यह मोर्चा जाएगा। कर्नाटक का मुख्यमंत्री रोज महाराष्ट्र को आंखें दिखाता है। चीन से लड़ने की बात करते हो मराठी मानुष पर हो रहे कर्नाटक में अत्याचार पर दो शब्द नहीं बोल पा रहे हो।
तुम्हें सत्ता से हटाने का अवसर हमें कब मिलता है यह महाराष्ट्र की साढ़े ग्यारह करोड़ जनता देख रही है। ED सरकार तुम ज्यादा दिनों तक नहीं चलोगे।