नयी दिल्ली: यूक्रेन-रूस के बीच जारी युद्ध ने जहां एक तरफ वैश्विक वित्तीय बाजार में उथलपुथल मचायी हुई है, वहीं दूसरी तरफ इससे रिलायंस इंडस्ट्रीज को लाभ होता दिख रहा है।
कंपनी के शेयर के दाम पिछले एक माह में करीब 14 फीसदी बढ़ गये हैं। युद्ध के कारण कच्चे तेल की आपूर्ति बाधित होने से महंगाई का दबाव बढ़ गया है लेकिन तेल सहित कई क्षेत्रों कारोबार करने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज निवेशकों की पसंदीदा बनी हुई है।
गत 25 फरवरी को कंपनी के एक शेयर की कीमत 2,283.95 रुपये थी, जबकि 25 मार्च को बाजार बंद होने पर इसकी कीमत 2,596.70 रुपये प्रति शेयर थी।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स इस दौरान 25 फरवरी के 55,858.52 अंक से बढ़कर 25 मार्च को 57,362.20 अंक पर पहुंचा। सेंसेक्स की बढ़त की तुलना में रिलायंस का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा।
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ में 41.5 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़त दर्ज की है। रिफाइनिंग और रिटेल कारोबार में आयी तेजी से कंपनी का लाभ बढ़ा है।
नवंबर 2021 में रिलायंस ने वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल जैसी दूरसंचार कंपनियों की तरह ही अपने टैरिफ में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी थी।