नई दिल्ली: Adani Group को मॉर्गन स्टेनले कैपिटल इंटरनेशनल (MSCI) की ओर से बड़ा झटका लगा है। MSCI ने अपने इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स (India Standard Index) में बदलाव करते हुए इस ग्रुप की दो प्रमुख कंपनियों अडाणी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) और अडाणी टोटल गैस (Adani Total Gas) को बाहर कर दिया है।
माना जा रहा है कि इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स से बाहर होने की वजह से इन दोनों शेयरों से विदेशी निवेशक बड़े पैमाने पर निकासी कर सकते हैं।
Hindenburg की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडाणी ग्रुप को लगातार झटका लगता रहा है। MSCI की ओर से किया गया ये बदलाव भी अडाणी ग्रुप के लिए बड़े झटके के समान ही है।
इंडस टावर के शेयर को इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स से बाहर कर दिया गया
MSCI ने इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स (India Standard Index) के रिव्यू प्रोसेस के दौरान तीन कंपनियों के शेयर को इंडेक्स से बाहर कर दिया, जबकि तीन कंपनियों के शेयर इंडेक्स में शामिल किए गए हैं।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), मैक्स हेल्थकेयर और सोना BLW प्रेसिशन को रिव्यू प्रोसेस के दौरान इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया गया है।
दूसरी ओर अडाणी टोटल गैस, अडाणी ट्रांसमिशन और इंडस टावर के शेयर को इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स से बाहर कर दिया गया है।
MSCI के इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स का सहारा लेते
आपको बता दें कि विदेशी निवेशक भारतीय कंपनियों (Indian Companies) के शेयरों में निवेश करने या शेयरों से अपने पैसे की निकासी करने के लिए MSCI के इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स का सहारा लेते हैं।
माना जाता है कि Index में शामिल शेयरों में विदेशी निवेशक तुलनात्मक पर पर अधिक निवेश करते हैं, वहीं Index से बाहर होने वाले शेयरों से विदेशी निवेशक निकासी शुरू कर देते हैं।
इंडस टावर से करीब 8.5 करोड़ डॉलर की निकासी कर सकते
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक MSCI द्वारा इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स में किए गए बदलाव की वजह से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) के शेयरों में करीब 20 करोड़ डॉलर तक का नया विदेशी निवेश आ सकता है।
इसी तरह Max Healthcare के शेयरों में करीब 29.5 करोड़ डॉलर और सोना BLW प्रेसिशन के शेयरों में करीब 18 करोड़ डॉलर तक का नया विदेशी निवेश हो सकता है।
इसी तरह विदेशी निवेशक अडाणी टोटल गैस (Adani Total Gas) के शेयरों से करीब 19 करोड़ डॉलर की निकासी कर सकते हैं। वहीं, अडाणी ट्रांसमिशन के शेयरों से विदेशी निवेशक करीब 20 करोड़ डॉलर की और इंडस टावर (Indus Tower) के शेयरों से करीब 8.5 करोड़ डॉलर की निकासी कर सकते हैं।
इंडिया स्मॉल कैप इंडेक्स में भी बदलाव किया
मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल ने इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स में बदलाव करने के साथ इंडिया स्मॉल कैप इंडेक्स में भी बदलाव किया है।
इस बदलाव के तहत Bikaji Foods, K Fin Tech, Shrima SGS Tech, Kaiens Tech, Fusion Microfinance, NMDC Steel, Religare Enterprises, Maharashtra Seamless, IRCON, Ujjivan Small Finance Bank and Rail Vikas Nigam Limited को इंडिया स्मॉल कैप इंडेक्स में शामिल किया गया है।
दूसरी ओर पॉलिकैब इंडिया, धानी सर्विसेज, दिलीप बिल्डकॉन, जिलेट इंडिया, थायरोकेयर, रेडिको खेतान, PC ज्वेलर्स और ऐस्टेक लाइफ साइंस के शेयरों को इंडिया स्मॉल कैप इंडेक्स से बाहर कर दिया गया है।
MSCI ने शेयरों के वेटेज में भी बदलाव किया
MSCI ने शेयरों के वेटेज में भी बदलाव किया है। इस बदलाव के कारण भारत की कई बड़ी कंपनियों के शेयरों के वेटेज में कमी आई है, जिससे आने वाले दिनों में विदेशी निवेशक उनसे बड़े पैमाने पर निकासी कर सकते हैं।
इसके तहत ICICI बैंक, TCS, Infosys, HDFC and Reliance के शेयरों का वेटेज घटा दिया गया है। दूसरी ओर Kotak Mahindra Bank, ONGC, Zomato, Maruti Suzuki, InterGlobe Aviation and UltraTech Cement के शेयरों का वेटेज बढ़ा दिया गया है।
ऐसा होने से इन शेयरों में बड़े पैमाने पर नया विदेशी निवेश आने की संभावना बन गई है।