खूंटी: जिला मुख्यालय के आजाद रोड (भट्ठी रोड) में मंगलवारी जुलूस पर मंगलवार की देर रात दूसरे समुदाय द्वारा पथराव किये जाने के विरोध में बुधवार को खूंटी जिले में बंद का आह्वान किया गया है।
सुबह से ही जिला मुख्यालय के अलावा तोरपा, कर्रा, रनिया, मुरहू, गोविंदपुर, जम्हार, तपकारा सहित सभी जगहों पर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं।
केंद्रीय रामनवमी महासमिति ने रात को ही प्रशासन को चेतावनी दी थी कि मंगलवारी जुलूस पर पथराव करने वालों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पूरे जिले में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया जायेगा।
पूरे शहर में तनाव कम करने और बेकाबू हुए हालात पर काबू करने के लिए प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके साथ ही, हालात को देखते हुए शहर में RAF के अतिरिक्त जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि कि मंगलवार की रात खूंटी में अंतिम मंगलवारी की शोभायात्रा निकाली गयी थी। पहले तो जिला प्रशासन ने कर्रा रोड के शिवाजी चौक पर जुलूस को पारंपरिक मार्ग आजाद रोड पर जाने से रोक दिया।
इसके कारण वहां माहौल खराब होने लगा। बाद में अनुमंडल पदाधिकारी सैयद रियाज अहमद, एसडीपीओ अमित कुमार, थाना प्रभारी पिंकु कुमार यादव और सीओ शिवाजी चौक पहुंचे और लोगों को समझा-बुझा कर जुलूस को आगे बढ़ाया।
मंगलवारी जुलूस जैसे ही आजाद रोड पर पहुंचा, दूसरे समुदाय के लोगों ने जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे।
उधर, सूत्रों की ओर से मिल रही जानकारी के अनुसार, मंगलवार को खूंटी में एक धार्मिक जुलूस पर विशेष समुदाय के लोगों द्वारा पथराव करने के बाद बुधवार की सुबह भी शहर के भट्टी रोड और शिवाजी चौक के पास दोबारा पथराव किया गया। इस दौरान शिवाजी चौक पर करीब एक घंटे तक लोगों की आवाजाही बाधित रही।
Jharkhand | Addl forces, incl RAF, deployed. Culprits from both sides being identified&will be booked. Situation is peaceful.Meeting with peace committee will take place to keep situation peaceful:Pankaj Kamboj,IG Ranchi Zone on stone-pelting in Khunti during religious procession
— ANI (@ANI) April 6, 2022
इससे माहौल बिगड़ गया और जुलूस में शामिल लोग रात बारह बजे आजाद रोड के मुहाने पर मेन रोड में धरने पर बैठ गये। बाद में प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लोगों ने बात नहीं मानी और रात दो बजे तक लोग धरने पर बैठक रहे।
जुलूस में शामिल लोगों का कहना था कि आजाद रोड रामनवमी और मंगलवारी जुलूस का परंपरागत मार्ग रहा है और हर साल वहां से रामनवमी और मंगलवारी की शोभायात्रा गुजरीत है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही से विवाद उत्पन्न हो गया। बुधवार को कई जगहों पर लोगों ने दुकानें खोली, लेकिन बाद में लोगों ने सभी दुकानों को बंद करा दिया गया।
असामाजिक तत्वों की अविलंब गिरफ्तारी हो
विभिन्न अखाड़ा के संचालक व सदस्यों के अलावा हिंदू संगठनों ने पत्थरबाजी करने वाजे समाज में सुख-चैन और शांति के विरोधियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर कर बंद का आहवान किया था।
वैसे बाजार बंद रखने का निर्णय मंगलवार की रात को ही लिया गया था। खूंटी में पथराव की घंटना का असर अब तोरपा में भी देखने को मिल रहा है। तोरपा के विभिन्न अखाड़ा संचालक व हिंदू संगठन के सदस्यों ने बाजार बंद करने क अपील के साथ सुबह जुलूस निकाला। लोगों की मांग थी कि मंगलवारी जुलूस पर पथराव करने वाले असामाजिक तत्वों की अविलंब गिरफ्तारी हो।
पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के अपराधियों की पहचान की जा रही है और उन पर मामला भी दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है।