नई दिल्ली: आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रही पूरी दुनिया के साथ भारत भी इससे अछूता नहीं है। हर तरफ महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था के चलते हर कोई परेशानी से गुजर रहा है।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण श्रीलंका जैसा देश सबके सामने है। इस बीच भारत में महंगाई के बीच State Bank of India ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है।
इस बैंक से लोन लेना अब महंगा हो गया है। उसने एक बार फिर MCLR में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। बैंक के इस फैसले का असर होम, ऑटो या पर्सनल सभी तरह के Loan पर पड़ेगा। बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, नई दरें 15 जुलाई 2022 से प्रभावी होंगी।
और भी बैंकों ने की बढ़ोतरी
Reserve Bank of India के repo rates में वृद्धि करने के बाद, ज्यादातर बैंकों ने कर्ज की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। SBI ने भी महीनेभर पहले ही ब्याज दरों में इजाफा किया था, जो 15 जून से लागू हैं।
अब एक बार फिर से SBI ने नोटिफिकेशन जारी कर Marginal Cost of Fund Based Lending Rates में 10 बेसिस प्वाइंट या 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
इसके बाद पहले से महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए देश के सबसे बड़े बैंक से Loan लेना और महंगा हो जाएगा।
हालिया बढ़ोतरी के बाद नई ब्याज दरों की बात करें तो SBI से ओवरनाइट, एक महीने और तीन महीने के लोन पर दर 7.05 फीसदी से बढ़कर 7.15 फीसदी हो गई. छह महीने की अवधि वाले लोन के लिए MCLR दर 7.35 फीसदी से बढ़कर 7.45 फीसदी, एक साल के कर्ज पर 7.4 फीसदी से बढ़कर 7.5 फीसदी और दो साल की अवधि के लोन के लिए 7.7 फीसदी से बढ़कर 7.8 फीसदी हो गई है।
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी से सभी तरह के लोन पर असर होता है। बता दें ज्यादातर लोन एक साल की अवधि वाले MCLR से संबंधित होते हैं।
इसमें बढ़ोतरी होने के बाद Home Loan, Personal Loan and Auto Loan समेत सभी तरह के कर्ज महंगे हो जाते हैं। इसके साथ ही लोन लेने वाले ग्राहकों पर EMI का बोझ भी बढ़ जाता है, जबकि लोन लेने वाले नए ग्राहकों का बोझ बढ़ेगा।