हैदराबाद: तेलंगाना के भैंसा कस्बे में दो समुदायों के लोगों के बीच रात भर चले विवाद और झड़पों के बाद सोमवार को स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
हैदराबाद से करीब 260 किलोमीटर दूर निर्मल जिले के इस कस्बे में हुई हिंसा में तीन व्यक्ति घायल हो गए और दो घरों में आग लगा दी गई।
जुल्फेकार लेन में दो समुदायों के लोगों के बीच हुई बहस के बाद यह मामला शुरू हुआ, जिसमें दोनों समूहों के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और कुछ उपद्रवियों ने दो घरों में आग लगा दी।
पुलिस ने कहा कि हिंसा को रोकने के लिए कस्बे में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अब स्थिति शांतिपूर्ण है।
सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील कस्बे में लगभग 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। कुछ संदिग्ध लोगों को पुलिस ने पकड़ा है।
आदिलाबाद के पुलिस अधीक्षक और निर्मल जिले का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे विष्णु एस. वारियर ने भी भैंसा कस्बे का दौरा किया है।
वरिष्ठ अधिकारी वहां हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिस ने एहतियात के तौर पर पांच या उससे ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक लगाते हुए लोगों से शांति और सहयोग बनाए रखने की अपील की है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने सोमवार को भैंसा में हुई हिंसा की निंदा की। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों पर हमला होना परेशान करने वाला और दुर्भाग्यपूर्ण है।
साथ ही उन्होंने तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक एम. महेन्द्र रेड्डी से बात करके दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और अतिरिक्त बल तैनात करने के लिए कहा है।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर आदिलाबाद के सांसद सोयम बापू राव से भी बात की है।
बता दें कि भैंसा वैसे तो एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां कई बार सांप्रदायिक दंगे हुए हैं।
पिछले साल जनवरी में हुई हिंसा ने शहर को हिलाकर रख दिया था, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। साथ ही कई घर, दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे।