पटना : बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा पुल रविवार को ढह (The Bridge Collapsed) गया। इसे लेकर बिहार सरकार आलोचनाओं का सामना कर रही है, लेकिन पिछले एक साल में हुई ऐसी घटनाओं की लंबी फेहरिस्त है। हकीकत देखिए तो बहुत डरावनी दिखेगी।
16 मई को बिहार के पूर्णिया जिले में एक निमार्णाधीन सड़क पुल कांक्रीटीकरण के चार घंटे बाद ढह गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार और इंजीनियर घटिया सामग्री (Engineer Shoddy Material) का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे हादसा हुआ।
कई जगहों पर दरारें भी नजर आ रही थीं
19 मार्च को बिहार के सारण जिले में अंग्रेजों के जमाने का एक सड़क पुल गिरने से दो लोग घायल हो गए थे। घायलों में ट्रक का चालक व खलासी शामिल है। पत्थर के चिप्स से लदा ट्रक पुल पर जा गिरा। वाहन के अत्यधिक भार के कारण पुल ढह गया।
महानदी नदी पर अंग्रेजों के जमाने का पुल बना था और पिछली बाढ़ के बाद से इसकी हालत खराब थी। पुल जर्जर हो रहा था और कई जगहों पर दरारें भी नजर आ रही थीं। तमाम जर्जरता के बावजूद पथ निर्माण विभाग (Road Construction Department) ने इसे खतरनाक पुल घोषित नहीं किया है. पुल के दोनों ओर चेतावनी बोर्ड नहीं लगा था।
16 जनवरी को लोहे का पुल गिर गया
19 फरवरी को बिहार के पटना जिले में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया। घटना बिहटा-सरमेरा फोर लेन मार्ग (Bihta-Sarmera four lane road) पर हुई।
पटना को नालंदा जिले से जोड़ने वाली सड़क आंशिक रूप से बनी है। घटना जिले के नौबतपुर प्रखंड के रुस्तमगंज गांव (Rustomganj Village) की है। इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।
इसी साल 16 जनवरी को बिहार के दरभंगा जिले में ओवरलोड ट्रक की चपेट में आने से लोहे का पुल गिर गया था। घटना दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान प्रखंड के सबोहर घाट (Sabohar Ghat) की है। कमला बलान नदी पर स्थित यह पुल दरभंगा को मधुबनी, सहरसा और समस्तीपुर जिलों से जोड़ता है।
एक हिस्सा गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए
ट्रक रेत से लदा हुआ था और पुलिया पर पड़ा हुआ था। जब ट्रक पुल के बीच पहुंचा तो वह टूट गया और ट्रक नदी में गिर गया। वाहन के चालक और सहायिका ने नदी में कूदकर जान बचाई।
18 नवंबर, 2022 को बिहार के नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन सड़क पुल के ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वेना ब्लॉक (Vena Block) में चार लेन के खंड पर सड़क पुल का निर्माण चल रहा था। यह पुल पूर्व में भी घटिया निर्माण सामग्री के कारण टूट गया था।
9 जून, 2022 को बिहार के सहरसा जिले में पुल का एक हिस्सा गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए थे। हादसा सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के कंडुमेर गांव में कोसी तटबंध के पूर्वी हिस्से में हुआ।
अत्यधिक बारिश के कारण 136 साल पुराना एक सड़क पुल ढह गया
पुल पर काम कर रहे घायल मजदूर टूट कर नीचे गिर गये और मलबे में दब गए। उन्हें अन्य मजदूरों ने बचा लिया और सदर अस्पताल सहरसा में भर्ती कराया और बाल-बाल बच गए।
20 मई, 2022 को राज्य की राजधानी पटना में अत्यधिक बारिश के कारण 136 साल पुराना एक सड़क पुल ढह गया। पुल पटना से 25 किमी दूर फतुहा उप-नगर में स्थित था।
पुल का निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान 1884 में हुआ था। स्थानीय निवासियों का दावा है कि पुल का रखरखाव खराब था। भारी बारिश को लेकर जिला प्रशासन सतर्क नहीं था।
30 अप्रैल को भी यह पुल टूटा था
घटना तब सामने आई जब निर्माण सामग्री से लदा एक ट्रक उस पुल को पार कर रहा था। ज्यादा वजन होने के कारण यह गिर गया है।
पुल व सड़क निर्माण विभाग (Bridge and Road Construction Department) ने इसे खतरनाक पुल घोषित कर दिया था और पिछले 25 साल से भारी वाहनों को चलने की इजाजत नहीं दी थी। इस हादसे में ट्रक का चालक व खलासी घायल हो गया। उन्हें फतुहा अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भागलपुर-खगड़िया सड़क पुल (Bhagalpur-Khagaria Road Bridge) रविवार को टूट गया था और पिछले साल 30 अप्रैल को भी यह पुल टूटा था।